ब्रिटेन के दिग्गज फार्मूला 1 ड्राइवर टोनी ब्रूक्स का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया. यह घोषणा ब्रूक्स की बेटी गिउलिया ने की. वह 1950 के दशक से फॉर्मूला वन के अंतिम जीवित ग्रैंड प्रिक्स विजेता थे और 1959 विश्व चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे.
फॉर्मूला वन के मुख्य कार्यकारी स्टेफानो डोमेनिकैली ने एक बयान में कहा, ”मुझे यह खबर सुनकर दुख हुआ कि टोनी ब्रूक्स की मृत्यु हो गई है. वह ड्राइवरों के एक विशेष समूह का हिस्सा थे, जो अग्रणी थे और बड़े जोखिम के समय में सीमाओं को आगे बढ़ाया.”
चार्ल्स एंथनी स्टैंडिश ब्रूक्स, जिन्हें टोनी के नाम से जाना जाता है, ने छह ग्रां प्री जीते. उन्होंने 1956 में बीआरएम के साथ अपनी चैंपियनशिप की शुरुआत की और 1961 में 29 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने वैनवाल, फेरारी और कूपर के लिए भी गाड़ी चलाई.
ब्रूक्स ने मॉस के साथ साझा की गई कार में वैनवाल के लिए 1957 का ब्रिटिश ग्रांड प्रिक्स जीता, और 1959 में फ्रांस और जर्मनी में फेरारी के लिए जीत हासिल की. वह मोनाको में दो बार उपविजेता भी रहे. 1950 के दशक में उनसे ज्यादा रेस सिर्फ अर्जेंटीना के जुआन मैनुअल फैंगियो, इटालियन अल्बर्टो अस्करी और मॉस ने जीती थी.