आज 24 अप्रैल, संडे का दिन है. खेल जगत में यह ऐसी तारीख है जिसे दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक कभी नहीं भूलते हैं.
आज के दिन एक ऐसे खिलाड़ी का जन्म हुआ है जिसे दुनिया क्रिकेट का ‘भगवान’, मानती है.
इसके साथ इन्होंने मैदान में जितनी कीर्तिमान बनाए उससे अधिक निजी जिंदगी में भी अपने मधुर व्यवहार से देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के प्रशंसकों का दिल जीता.
शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहां इस महान खिलाड़ी के चाहने वाले न हों. हम बात कर रहे हैं क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की.
आज सचिन जन्मदिवस है. तेंदुलकर 49 साल के हो चुके हैं. ‘सचिन की लोकप्रियता इस कदर है कि अभी पिछले दिनों ब्रिटेन के प्रधानमंत्री दो दिवसीय (21 और 22 अप्रैल) को भारत दौरे पर आए थे.
अपनी भारत यात्रा के दौरान बोरिस जॉनसन ने कहा था कि मेरा यहां सचिन तेंदुलकर के जैसा ही स्वागत हुआ है. जॉनसन ने कहा कि मुझे लगा जैसे मैं तेंदुलकर हूं’.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी नहीं बल्कि कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष सचिन के खेल और व्यवहार के प्रशंसक हैं.
बता दें कि 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में सचिन का जन्म हुआ था. उनके पिता रमेश तेंदुलकर बांग्ला और बॉलीवुड के प्रसिद्ध संगीतकार सचिन देव बर्मन के फैन थे, इसलिए उनका नाम सचिन रखा गया. सचिन ने दो साल की उम्र में ही हाथ में बल्ला पकड़ लिया था.
तेंदुलकर की क्रिकेट के प्रति लगाव को देखते पिता ने उनका दाखिला गुरु रमाकांत आचरेकर के यहां करा दिया, जिन्होंने सचिन की क्रिकेट प्रतिभा को अच्छी तरह से निखारा.
अपने गुरु आचरेकर के आखिरी समय तक सचिन आज्ञाकारी शिष्य बने रहे. क्रिकेट जगत में विशेष योगदान देने पर भारत सरकार ने सचिन तेंदुलकर को ‘देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न’ से सम्मानित किया है.
24 साल के क्रिकेट करियर में तेंदुलकर ने बनाए कई विश्व रिकॉर्ड
क्रिकेट के भगवान ने अपने 24 साल के शानदार करियर के साथ कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए. इसके साथ उन्होंने अपनी मधुर शैली से दुनिया भर के खिलाड़ियों को मुरीद भी बनाया.
ग्राउंड में हो या बाहर हमेशा वे कंट्रोवर्सी (बयान और विवादों) से दूर रहे.सचिन ने 16 साल की उम्र में 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करते हुए पहला टेस्ट मैच खेला था.
कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन 15 रन ही बना पाए. एक महीने बाद सचिन ने 18 दिसंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ ही गुजरांवाला में अपना वनडे डेब्यू किया था, इस मैच में वह जीरो पर आउट हुए थे.
अपने पहले मैच के बाद सचिन तेंदुलकर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे चलकर दुनिया के महानतम बल्लेबाज बने.
टेस्ट, वनडे में सबसे ज्यादा रन, शतक का रिकॉर्ड अपने 24 साल लंबे इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन ने बैटिंग के लगभग सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए. अपने 200 टेस्ट में उन्होंने 15921 रन बनाए और 51 शतक और 68 अर्धशतक जड़े.
वहीं, 463 वनडे में 49 शतकों और 96 अर्धशतकों की मदद से उन्होंने 18426 रन बनाए. सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक शतक और रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है.
सचिन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेला था. अपनी आखिरी टेस्ट पारी में सचिन 74 रन बनाकर आउट हुए थे.
सचिन ने डॉ. अंजली तेंदुलकर से शादी की. उनके दो बच्चे अर्जुन और सारा तेंदुलकर हैं. वह मुंबई में रहते हैं.
आज 24 अप्रैल, संडे का दिन है. खेल जगत में यह ऐसी तारीख है जिसे दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक कभी नहीं भूलते हैं.
आज के दिन एक ऐसे खिलाड़ी का जन्म हुआ है जिसे दुनिया क्रिकेट का ‘भगवान’, मानती है.
इसके साथ इन्होंने मैदान में जितनी कीर्तिमान बनाए उससे अधिक निजी जिंदगी में भी अपने मधुर व्यवहार से देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के प्रशंसकों का दिल जीता.
शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहां इस महान खिलाड़ी के चाहने वाले न हों. हम बात कर रहे हैं क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की.
आज सचिन जन्मदिवस है. तेंदुलकर 49 साल के हो चुके हैं. ‘सचिन की लोकप्रियता इस कदर है कि अभी पिछले दिनों ब्रिटेन के प्रधानमंत्री दो दिवसीय (21 और 22 अप्रैल) को भारत दौरे पर आए थे.
अपनी भारत यात्रा के दौरान बोरिस जॉनसन ने कहा था कि मेरा यहां सचिन तेंदुलकर के जैसा ही स्वागत हुआ है. जॉनसन ने कहा कि मुझे लगा जैसे मैं तेंदुलकर हूं’.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी नहीं बल्कि कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष सचिन के खेल और व्यवहार के प्रशंसक हैं.
बता दें कि 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में सचिन का जन्म हुआ था. उनके पिता रमेश तेंदुलकर बांग्ला और बॉलीवुड के प्रसिद्ध संगीतकार सचिन देव बर्मन के फैन थे, इसलिए उनका नाम सचिन रखा गया. सचिन ने दो साल की उम्र में ही हाथ में बल्ला पकड़ लिया था.
तेंदुलकर की क्रिकेट के प्रति लगाव को देखते पिता ने उनका दाखिला गुरु रमाकांत आचरेकर के यहां करा दिया, जिन्होंने सचिन की क्रिकेट प्रतिभा को अच्छी तरह से निखारा.
अपने गुरु आचरेकर के आखिरी समय तक सचिन आज्ञाकारी शिष्य बने रहे. क्रिकेट जगत में विशेष योगदान देने पर भारत सरकार ने सचिन तेंदुलकर को ‘देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न’ से सम्मानित किया है.
24 साल के क्रिकेट करियर में तेंदुलकर ने बनाए कई विश्व रिकॉर्ड
क्रिकेट के भगवान ने अपने 24 साल के शानदार करियर के साथ कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए. इसके साथ उन्होंने अपनी मधुर शैली से दुनिया भर के खिलाड़ियों को मुरीद भी बनाया.
ग्राउंड में हो या बाहर हमेशा वे कंट्रोवर्सी (बयान और विवादों) से दूर रहे.सचिन ने 16 साल की उम्र में 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करते हुए पहला टेस्ट मैच खेला था.
कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन 15 रन ही बना पाए. एक महीने बाद सचिन ने 18 दिसंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ ही गुजरांवाला में अपना वनडे डेब्यू किया था, इस मैच में वह जीरो पर आउट हुए थे.
अपने पहले मैच के बाद सचिन तेंदुलकर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे चलकर दुनिया के महानतम बल्लेबाज बने.
टेस्ट, वनडे में सबसे ज्यादा रन, शतक का रिकॉर्ड अपने 24 साल लंबे इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन ने बैटिंग के लगभग सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए. अपने 200 टेस्ट में उन्होंने 15921 रन बनाए और 51 शतक और 68 अर्धशतक जड़े.
वहीं, 463 वनडे में 49 शतकों और 96 अर्धशतकों की मदद से उन्होंने 18426 रन बनाए. सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक शतक और रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है.
सचिन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेला था. अपनी आखिरी टेस्ट पारी में सचिन 74 रन बनाकर आउट हुए थे.
सचिन ने डॉ. अंजली तेंदुलकर से शादी की. उनके दो बच्चे अर्जुन और सारा तेंदुलकर हैं. वह मुंबई में रहते हैं.
शंभू नाथ गौतम