पांच महीने बाद कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार एक बार फिर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक को लेकर उम्मीद लगाए हुए है. आज डिजिटल माध्यम से 10:30 बजे शुरू होने जा रही सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर पार्टी के नेताओं समेत विपक्ष की भी निगाहें लगी हुई है.
शुक्रवार को होने वाली बैठक में सोनिया गांधी के लिए कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद की ताजपोशी और असंतुष्ट नेताओं को मनाने की सबसे बड़ी चुनौती होगी.बता दें कि पिछले वर्ष 24 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति की हुई बैठक से पहले 23 असंतुष्ट नेताओं ने सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे.
उसके बाद कांग्रेस की बैठक में इन नेताओं के लिखी गई चिट्ठी पर अच्छा खासा हंगामा भी हुआ था.पांच महीने के बाद भी सोनिया गांधी इन नाराज नेताओं को मना नहीं पा रहीं हैं. हालांकि असंतुष्ट खेमे की नाराजगी दूर करने के लिए पिछले महीने 19 दिसंबर को सोनिया गांधी की बुलाई गई बैठक के बाद इनके तेवर कुछ नरम जरूर पड़े, मगर अभी भी अध्यक्ष चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का उनका विकल्प बंद नहीं हुआ है.
हम आपको बता दें कि कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं, गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी आदि ने अभी स्पष्ट राय नहीं रखी है, जिससे गांधी परिवार उधेड़बुन में है. इसी को लेकर सोनिया गांधी ने पार्टी को एकजुट करने और स्थाई नेतृत्व पर मंथन करने के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार