उत्‍तराखंड

बर्थडे: आज है उत्तराखंड के जाबांज का जन्मदिन, किया था सर्जिकल स्ट्राइक का नेतृत्व

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सीडीएस जनरल बिपिन रावत

आज बात होगी पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल और देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस बिपिन रावत की. उत्तराखंड के इस लाल का पूरा जीवन देश के लिए समर्पित रहा. उनके सेनाध्यक्ष पद पर रहने के दौरान ही ये तय हो गया था कि उन्हें इस पद के बाद कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी. वर्तमान में सीडीएस के तौर पर जिम्मेदारी निभाने वाले पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का आज जन्मदिन है.

देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत आज 63 साल के हो गए है. 30 दिसंबर 2019 को उन्हें भारत के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया था और रावत ने 1 जनवरी 2020 को ये पदभार ग्रहण किया. जनरल रावत का परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवाएं दे रहा है.

सीडीएस बिपिन रावत मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं. उनके पिता एलएस रावत भी सेना में बड़े अधिकारी थे. वे भारतीय सेना के डिप्टी चीफ के पद से रिटायर हुए थे. साल 1978 में बिपिन रावत आईएमए से पास आउट हुए.

जिसके बाद उन्हें 11वीं गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में कमीशन मिला. बिपिन रावत भारतीय सैन्य एकेडमी के बेस्ट कैडेट थे. उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर भी मिला था. बिपिन रावत ने कई लेख लिखे हैं, जो दुनियाभर में मशहूर हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा पर लिखे उनके लेख दुनियाभर के कई जर्नल्स में प्रकाशित किए जा चुके हैं. वो दक्षिणी कमान के कमांडर और सहसेनाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं.

बता दें कि, उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद इंडियन आर्मी ने जनरल बिपिन रावत के नेतृत्‍व में 29 सितंबर साल 2016 को पाकिस्‍तान में बसे आतंकी शिविरों को ध्‍वस्‍त करने के लिए सर्जिकल स्‍ट्राइक की थी. ये भारत की तरफ से पाकिस्‍तानी सीमा पर की गई पहली स्‍ट्राइक थी. इस सर्जिकल स्‍ट्राइक को हर तरह से ट्रेंड पैरा कमांडो ने अंजाम दिया था.

जनरल बिपिन रावत से जुड़ी कुछ खास बातें

बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च, 1958 को पौड़ी, उत्तराखंड में एक गढ़वाली राजपूत परिवार में हुआ था.
बिपिन के पिता लक्ष्मण सिंह रावत लेफ्टिनेंट जनरल के पद में थे
रावत ने देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल और सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़ाई पूरी की.
रावत ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से ट्रेनिंग ली.
रावत सेना में 1978 में शामिल हुए और 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में उन्हें कमिशन मिला.
बिपिन रावत देश के पहले CDS (Chief of Defence Staff) है.
रावत चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के साथ-साथ भारतीय सेना के 27 वें सेनाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके है.
रावत ने 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मीडिया अध्ययन में पीएचडी की है.
देश के 26वें आर्मी चीफ बनने वाले बिपिन रावत सितंबर 2016 में वाइस चीफ बने थे.
जनरल बिपिन रावत के नेतृत्‍व में 29 सितंबर 2016 को पाकिस्‍तान में सर्जिकल स्‍ट्राइक की गई थी.
बिपिन रावत को उत्‍तर युद्ध सेवा मेडल, एवीएसएम, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विदेश सेवा मेडल मिल चुका है.

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