अंतरिक्ष में रोजाना कोई ना कोई खगोलीय घटना होती है. इनमें से कुछ घटनाओं का सीधा असर हमारी पृथ्वी पर भी पड़ता है. ऐसी ही एक घटना बुधवार को होने जा रही है.
दरअसल सेंट्रल फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के अनुसार 6 जनवरी को 5 क्षुद्रग्रह या एस्टेरॉयड पृथ्वी के बेहद पास से गुजरेंगे. इन 5 क्षुद्रग्रहों में से 2 एफिल टावर जितने बड़े होंगे. कहा जा रहा है कि अगर ये पृथ्वी से टकरा गए तो नुकसान काफी बड़ा होगा.
5 क्षुद्रग्रहों में से 3 बेहद छोटे हैं. दो बड़े क्षुद्रग्रहों में से सबसे बड़े वाले का नाम 2008 एएफ4 है. उसकी लंबाई करीब आधा किलोमीटर है. कहा जा रहा है कि अगर यह पृथ्वी से टकरा जाए तो इससे होने वाला नुकसान 25 मेगाटन से लेकर 50 मेगाटन के बीच के परमाणु हमले के बराबर होगा.
एक ओर जहां क्षुद्रग्रह का आकार यह तय करता है कि पृथ्वी पर कितना नुकसान होगा, तो उसकी गति इस खतरे को कम करने में मददगार होती है. एक घर जितने बड़े आकार का क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से 48 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरते हुए हिरोशिमा बम ब्लास्ट जितनी ऊर्जा निकालता है.
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि इन पांचों में से सबसे छोटा क्षुद्रग्रह 2021 एजे भले की आकार में छोटा है, लेकिन अगर उसकी धुरी बदल जाए और वो पृथ्वी से टकरा जाए तो इससे एक बड़ा महानगर तबाह हो सकता है. हालांकि राहत की बात यह है कि नासा ने साफ किया है कि इनमें से कोई भी एस्टेरॉयड पृथ्वी के लिए खतरा नहीं है.
साभार -न्यूज़ 18