मालदीव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह भारत का सबसे नजदीकी दोस्त है.
इस साल की शुरुआत में मालदीव ने आईआईसी में भारत का साथ देने के बाद अब सार्क देशों की बैठक में पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया है.
सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर सार्क समिट शुरू करने की बात कही, जिस पर मालदीव के हस्तक्षेप के बाद इसे दोबारा रोक दिया गया.
बता दें कि ये समिट साल 2016 में इस्लामाबाद में होनी थी, लेकिन तब सक अभी तक इस पर रोक जारी है.
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि ये समय पाकिस्तान के सार्क समिट की मेजबानी करने का नहीं है.
शाहिद ने कहा कि अभी पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है, ऐसे समय में इस तरह की समिट पर चर्चा करना ठीक नहीं है.
मालदीव के सार्क समिट पर सवाल उठाने के बाद पाकिस्तान की मेजबानी का प्रस्ताव सहमति नहीं बन पाने के कारण गिर गया.
बता दें कि पाकिस्तान साल 2016 से ही इस्लामाबाद में सार्क समिट कराने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत के विरोध के चलते उसके मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.
दरअसल साल 2016 के बाद भारत में उरी, पठानकोट और पुलवामा जैसे आतंकी हमले हुए थे, जिसे देखते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह के संबंध पूरी तरह से खत्म कर लिए हैं.
इसके बाद से लगातार भारत पाकिस्तान में होने वाली सार्क समिट का बहिष्कार कर रहा है.