प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में देरी से पहुंचने पर अब तृणमूल कांग्रेस की ओर से भी सफाई आई है. ‘टीएमसी की ओर से कहा गया कि देरी इसलिए की गई थी क्योंकि पीएम मोदी को कलाईकोंडा पहुंचने में 20 मिनट से ज्यादा का समय लगने वाला था, उस वक्त उनका हेलीकॉप्टर एयरबेस पर 15 मिनट तक हवा में ही रहा, वह नीचे नहीं उतरा. सीएम जब एयरबेस पहुंचीं, तब तक समीक्षा बैठक शुरू हो चुकी थी.
हालांकि पीएम मोदी और सीएम ममता की व्यक्तिगत मुलाकात हुई, जहां उन्होंने दस्तावेज सौंपे और तूफान प्रभावित दीघा जाने के लिए पीएम की इजाजत भी मांगी. दूसरी ओर पीएम मोदी द्वारा कोलकाता में बुलाई गई तूफान को लेकर समीक्षा बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय के नदारद रहने के बाद केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाया. बंगाल सरकार को मुख्य सचिव बंदोपाध्याय को तत्काल रिलीव करने का आदेश दिया गया है.
इससे केंद्र व ममता सरकार के बीच नए सिरे से घमासान छिड़ सकता है. उन्हें 31 मई की सुबह 10 बजे से पहले दिल्ली में रिपोर्ट करना है. बता दें कि पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय का बतौर मुख्य सचिव कार्यकाल खत्म हो गया था, लेकिन चार दिन पहले ही ममता बनर्जी ने उनका कार्यकाल तीन माह के लिए बढ़ा दिया था. अलपन बंदोपाध्याय को ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है.
गौरतलब है कि काफी समय से ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के रिश्तों में कड़वाहट जारी है. सीएम ममता मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही हैं, जबकि बीजेपी उनके आरोपों को खारिज करती रही है. विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बयानों में बेहद तल्खी देखी गई थी. उसके बाद पिछले दिनों कोरोना महामारी को लेकर कलेक्टरों से पीएम मोदी केेेे बाद करने पर ममता बनर्जी ने सवाल उठाए थे.