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उत्तरांचल टुडे कृष्ण जन्माष्टमी विशेष: जन्मोत्सव के साक्षी बनने के लिए मथुरा पहुंचे हजारों श्रद्धालु, कृष्ण भक्ति में रंगी कान्हानगरी

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आज पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. भक्त अपने ‘ठाकुरजी’ की भक्ति में लीन हैं. देश के कई राज्यों में इस मौके पर कृष्ण मंदिरों को सजाया गया है. लेकिन आज जन्माष्टमी पर बात होगी उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र की. भगवान श्रीकृष्ण का नाम आते ही उनकी जन्मस्थली मथुरा भी याद आ जाती है. आइए आपको कान्हानगरी लिए चलते हैं और यहां जानते हैं कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर क्या तैयारियां चल रही हैं.

पिछले साल जन्माष्टमी पर कोविड-19 की वजह से कई प्रकार की पाबंदियां लगाई गई थी. जिसकी वजह से श्रद्धालुओं की संख्या कम थी. लेकिन इस बार जन्माष्टमी को लेकर कान्हा नगरी में ‘रौनक’ छाई है. आज भगवान श्रीकृष्ण का 5247वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा. श्री कृष्ण जन्मस्थली पूरी तरह से सज चुकी है‌. ‘दो दिनों से देश के कई राज्यों से कान्हा के जन्म पर साक्षी बनने के लिए हजारों भक्त पहुंच गए हैं.

मथुरा शहर रंग बिरंगी रोशनी से नहाया हुआ है, शहर का हृदय स्थल होली गेट से कृष्ण जन्मस्थान तक सड़कों पर आने वाले श्रद्धालु ‘हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की’ के जयकारे लगा रहे हैं’. दूरदराज से आए भक्त दुकानों से मथुरा के प्रसिद्ध पेड़े (पेड़ा) की खरीदारी करने में जुटे हुए हैं. ‘पूरा ब्रज क्षेत्र कृष्ण की भक्ति में लीन है’. भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव को मनाने के लिए मथुरा में जन्माष्टमी की तैयारियां आज सुबह से ही जोर-शोर से शुरू हैं.

जन्माष्टमी पर देश-विदेश से श्रद्धालु कान्हा नगरी में पहुंचते हैं. वहीं वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती की विशेष व्यवस्था की गई है. आज आधी रात से दर्शन शुरू होंगे. गौरतलब है कि ‘मंगल’ दर्शन साल में एक बार महज दो घंटे के लिए होते हैं. श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि और वृंदावन समेत पूरे मथुरा के मंदिरों, गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव में भी श्रद्धालुओं की रौनक छाई हुई है.

बांके बिहारी मंदिर, रंगनाथ जी, इस्कॉन, प्रेम मंदिर पर भी खूब रंग बिरंगी रोशनी की गई है. बता दें कि इन जगहों पर भी कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्तों की भीड़ रहती है. इन जगहों पर सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी की गई है.

आज आधी रात जन्मभूमि समेत कई मंदिरों और घर-घर में जन्मेंगे कन्हैया
सोमवार आधी रात को भगवान श्रीकृष्ण घर-घर में जन्मेंगे. इस अवसर पर मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे. जन्मोत्सव को लेकर इन मंदिरों में आज रात इस प्रकार होंगे अभिषेक, दर्शन और आरती. ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार रात्रि 12 बजे ठाकुर बांकेबिहारीजी महाराज के श्रीविग्रह का अभिषेक होगा. प्रात: 2 बजे बाद मंगला आरती के दर्शन होंगे. उसके बाद सुबह 2:30 बजे से 5:30 तक श्रद्धालु दर्शन लाभ ले सकेंगे.

नंदोत्सव दर्शन प्रात: 7:45 से 12 बजे तक होंगे. मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर में सोमवार रात्रि 10 बजे से जागरण की झांकी खुलेगी. इसके साथ 11:45 बजे जन्म का अभिषेक होगा. ऐसे ही प्राचीन केशवदेव मंदिर में रात्रि 11 से 11:30 बजे तक ठाकुर केशवदेव महाराज के श्री विग्रह का अभिषेक होगा . जन्माष्टमी पर मथुरा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर 3:30 बजे आ रहे हैं.

‌मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जन्मस्थान पर कृष्ण कन्हैया लाल के दर्शन और पूजन करेंगे. यहां करीब 2 घंटे रहने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ शाम 5 बजे लखनऊ लौट जाएंगे. यहां हम आपको बता दें कि जन्माष्टमी के दिन अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र एक साथ पड़ रहे हैं, इसे जयंती योग मानते हैं और इसलिए ये संयोग और बेहतर है. द्वापरयुग में जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, तब भी ‘जयंती योग’ पड़ा था.

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राशि के अनुसार भगवान कृष्ण को भोग लगाने से कान्हा की कृपा बनी रहती है. बता दें कि कान्हा, श्रीकृष्णा, गोपाल, घनश्याम, बाल मुकुन्द, गोपी मनोहर, श्याम, गोविंद, मुरारी, मुरलीधर, मनमोहन, केशव, श्याम, ठाकुर जी आदि नामों से जाना जाता है.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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