सुरेश रैना ने निजी कारणों से आईपीएल 2020 से अपना नाम वापस लेकर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था. रैना ने कुछ महीनों पहले आउटडोर ट्रेनिंग शुरू की थी और आगामी सीजन को लेकर काफी उत्सुक थे. मगर चेन्नई सुपरकिंग्स खेमे में बढ़े कोविड-19 मामलों के कारण रैना ने परिवार के पास लौटने का मन बनाया. रैना ने संकेत भी दिए कि अगर स्थिति सुधरती है तो वह यूएई लौट सकते हैं, लेकिन अंतिम फैसला कप्तान एमएस धोनी और हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग को लेना है.
सीएसके के सर्वश्रेष्ठ रन स्कोरर सुरेश रैना टीम के उप-कप्तान भी थे. येलो आर्मी के पास एमएस धोनी के रूप में कप्तान जरूर है, लेकिन उन्हें एक व्यक्ति की जरूरत है, जो अगर कप्तान धोनी किसी मैच में नहीं खेलते तो उनकी जगह टीम की जिम्मेदारी संभाल सके. सुरेश रैना की गैरमौजूदगी में चेन्नई सुपरकिंग्स के उप-कप्तान बनने के ये बड़े दावेदार हैं.
चलिए इन पर गौर करते हैं
रवींद्र जडेजा – इन्होंने भले ही पूरे करियर में टीम का नेतृत्व नहीं किया, लेकिन अनुभव को देखते हुए रवींद्र जडेजा उप-कप्तानी में सुरेश रैना की जगह लेने के बड़े दावेदार हैं. वैसे, अगर रैना अगले सीजन में सीएसके में वापस नहीं लौटते हैं तो जडेजा फ्रेंचाइजी के भविष्य के कप्तान भी बन सकते हैं. चेन्नई सुपरकिंग्स के इतिहास के सबसे महंगे खरीदे खिलाड़ी रवींद्र जडेजा पहली बार 2012 में फ्रेंचाइजी से जुड़े थे. 2014 और 2018 नीलामी से पहले उन्हें रिटेन किया गया. चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए 102 मैच खेलने वाले जडेजा ने 865 रन और 81 विकेट झटके हैं. धोनी के रिटायर होने के बाद जडेजा सीएसके द्वारा रिटेन किए जाने की पहली पसंद होंगे.
केदार जाधव – टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक केदार जाधव भी उप-कप्तानी के दावेदार हैं. 35 साल के जाधव के पास अपनी राज्य टीम का नेतृत्व करने का अनुभव है. जाधव ने अब तक 73 वनडे, 130 टी20 और 173 लिस्ट ए मैच खेले हैं. अनुभवी जाधव 2018 में सीएसके से जुड़े थे. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 13 पारियों में 186 रन बनाए हैं.
फाफ डु प्लेसिस – एमएस धोनी के डेप्यूटी बनने के सबसे बड़े दावेदार हैं फाफ डु प्लेसिस. डु प्लेसिस की कप्तानी से फैंस अच्छी तरह वाकिफ हैं. 2018 में सीएसके ने राइट टू मैच कार्ड का उपयोग करके फाफ डु प्लेसिस की सेवाएं खरीदी थी. फाफ ने अब तक येलो आर्मी के लिए 63 मैचों में 1639 रन बनाए हैं. डु प्लेसिस के पास अंतरराष्ट्रीय कप्तानी का अनुभव है, लिहाजा उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद की जा सकती है.