इस महीने से कई फाइनेंशियल बदलाव हुए हैं जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा. कई बैंकों ने जून से कुछ अहम बदलाव किए हैं. अगर आपने इनका ध्यान नहीं रखा तो आपको काफी नुकसान हो सकता है.
होम लोन-:
हाउसिंग फाइनेंस प्रमुख एचडीएफसी ने रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी है. आरबीआई द्वारा मई की शुरुआत में रेपो रेट को 40 आधार अंक बढ़ाने के बाद से पिछले एक महीने में एचडीएफसी तीसरी बार इसमें बढ़ोतरी कर चुका है. इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी मार्जिनल कॉस्ट आधारित उधार दरों (MCLR) को बढ़ा दिया है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे अन्य ऋणदाताओं ने भी देरों में बढ़ोतरी की है.
एक्सिस बैंक सर्विस चार्ज-:
प्राइवोट बैंक एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने 1 जून से करंट अकाउंट से संबंधित सर्विस शुल्क बढ़ाए हैं. बैंक ने अर्ध-शहरी या ग्रामीण क्षेत्रों के लिए औसत मासिक बैलेंस (AMB) 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये या प्राइम वर्जन के तहत 1 लाख रुपये टर्म डिपॉजिट कर दिया है. लिबर्टी वर्जन पर एएमबी 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये या 25,000 रुपये खर्च कर दिया गया है. वहीं राशि के रखरखाव के लिए शुल्क भी बढ़ा दिया गया है.
यूनियन बैंक डिपॉजिट-:
यूनियन बैंक ने सेविंग बैंक अकाउंट पर ब्याज दर में बदलाव किया है. 50 लाख रुपये तक की जमा राशि के लिए जमा दर 2.75 फीसदी और 50 लाख रुपये से 100 करोड़ रुपये तक की जमा राशि पर यह 2.90 फीसदी कर दिया गया है.
एसबीआई होम लोन ईएमआई-:
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने होम लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 7.05 फीसदी कर दिया है. आरएलएलआर 6.65 फीसदी के साथ सीआरपी होगा. नई ब्याज दरें 1 जून 2022 से प्रभावी होंगी.