उत्तराखंड में सीएम पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है. राज्य के बीजेपी नेता कह रहे हैं कि सीएम पद का फैसला आलाकमान करेगा. खबर यह भी है कि बीजेपी विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाएगी.
यानी कि पार्टी किसी को ऊपर से राज्य में सीएम पद की कुर्सी पर नहीं बिठाएगी. एक बार फिर से श्रीनगर से जीत कर आए धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, चौबट्टाखाल से जीते सतपाल महाराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय भट्ट नाम नए मुख्यमंत्री की रेस में आगे चल रहे हैं.
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है. वह भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख हैं. वहीं दूसरी ओर अगर पुष्कर सिंह धामी की बात करें तो वह मुख्यमंत्री पद का चेहरा थे. भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी जीत के लिए पुष्कर सिंह धामी को श्रेय दिया.
ऐसे में यह भी संभव है कि पार्टी उन्हें फिर से मौका दे सकती है. वैसे भाजपा की इस जीत के शिल्पी पीएम मोदी हैं. उत्तराखंड में महिला वोटरों ने विशेष रूप से मोदी पर भरोसा जताया. इसका परिणाम यह रहा कि विधायकों के खिलाफ नाराजगी के बावजूद भाजपा मोदी के नाम पर चुनाव जीतने में सफल रही. ऐसे में राज्य की बागडोर किसे सौंपी जाएगी इसका फैसला भी पीएम मोदी ही करेंगे.
अब देखना होगा पार्टी आलाकमान इन्हीं चेहरों में से किसी को उत्तराखंड का सिंहासन देती है या फिर किसी नए चेहरे को लाकर फिर चौंकाएगी . तीरथ सिंह रावत और पुष्कर सिंह धामी को भी हाईकमान ने अचानक मुख्यमंत्री बनाकर सरप्राइस दिया था .