भले ही राहुल गांधी ने एक बार फिर से अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए सहमति जता दी है लेकिन कांग्रेस के अंदर ही कई असंतुष्ट नेता नहीं चाहते कि पार्टी का अध्यक्ष पद गांधी परिवार से कोई सदस्य संभाले. माना जा रहा है कि असंतुष्ट नेताओं को मनाने में अभी भी सोनिया गांधी सफल नहीं हो सकी हैं.
शनिवार को मीटिंग खत्म होने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी के खास माने जाने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला पर तंज कसते हुए कहा कि जब ‘सब कुछ ठीक ही था’ तो मीटिंग बुलाई ही क्यों गई, और बुलाई भी गई तो ये पांच घंटे तक क्यों चली? आपको बता दें कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस में अब सब कुछ ठीक-ठाक है.
नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस आने वाले दिनों में इसी प्रकार की कुछ बैठक और कर सकती है. बता दें कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कुल 19 नेता बैठक में मौजूद रहे.
गौरतलब है कि गत अगस्त महीने में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल समेत कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी का सक्रिय अध्यक्ष होने और व्यापक संगठनात्मक बदलाव करने की मांग की थी. तभी से गुलाम नबी आजाद समेत कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी अभी भी खत्म नहीं हुई है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार