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पृथ्वी दिवस विशेष: खुशहाल जीवन के लिए पृथ्वी को हरा-भरा बनाएं, पर्यावरण को साफ रखने का लें संकल्प

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पूरे संसार का बोझ सहने वाली धरती आज तमाम संकटों से जूझ रही है. लगातार बढ़ते पृथ्वी पर दबाव खराब पर्यावरण और जलवायु आदि समस्याएं खुशहाल और स्वस्थ जीवन के लिए घातक होती जा रही हैं. इसके बावजूद धरती हमें सहेजे हुए है.

मौजूदा समय में हमारे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन के लिए घमासान मचा हुआ है. जबकि पृथ्वी पर ही ऑक्सीजन का भंडार भी है. हरे भरे पेड़, शुद्ध वातावरण से ही मनुष्यों को भरपूर ऑक्सीजन मिल सकती है. लेकिन लोग इस प्राकृतिक ऑक्सीजन की ओर ध्यान नहीं देते हैं. आज हम चर्चा करेंगे धरती माता की. आज पृथ्वी दिवस है. यानी ‘अर्थ डे’ इस दिन पूरा विश्व अपनी पृथ्वी को याद करता है.

इस दिवस का कोरोना महामारी के संकट के दौर में महत्व और भी बढ़ जाता है. कई देशों में आज पृथ्वी दिवस पर हर साल होने वाले कार्यक्रम कम ही पाएंगे लेकिन लोग इस दिन को जरूर याद कर रहे हैं और संकल्प भी ले रहे हैं अपने पृथ्वी को हरा भरा और पर्यावरण शुद्ध साफ करने के लिए. आज पृथ्वी दिवस मनाने का सिलसिला 51 साल पूरा कर चुका है.

इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों को बचाने और दुनिया भर में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 22 अप्रैल को अर्थ डे मनाया जाता है. इस साल कोरोना काल में अर्थ डे की ‘थीम पृथ्वी को फिर से अच्छी अवस्था में बहाल करना है’. इसके लिए इस बार उन प्राकृतिक प्रक्रियाओं और उभरती हुई हरित तकनीकों पर ध्यान दिया जाएगा जो दुनिया के पारिस्थिकी तंत्र को फिर से कायम करने में मददगार साबित होंगे.

अर्थ डे के मौके पर पर्यावरण संरक्षण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है, साथ ही लोग पर्यावरण को बेहतर बनाने का संकल्प भी लेते हैं. आपको बता दें कि ‘पृथ्वी दिवस’ या ‘अर्थ डे’ लोगों के बीच कहां से आया? इस शब्द को लाने वाले जुलियन कोनिग थे. सन 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को अवगत करवाया. आज के दिन दुनिया के तमाम देश पृथ्वी को सहेजने और संवारने के लिए आगे आते हैं और कई रणनीति भी बनाई जाती है.

पर्यावरण संरक्षण करने के लिए 51 सालों से दुनिया पृथ्वी दिवस मनाती आ रही है
यहां हम आपको बता दें कि आज पृथ्वी दिवस मनाते मनाते दुनिया को पूरे 51 साल हो चुके हैं. पृथ्वी दिवस एक वार्षिक आयोजन है, जिसे 22 अप्रैल को दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया जाता है. इसकी स्थापना अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप की थी.

सीनेटर नेल्सन ने पर्यावरण को एक राष्ट्रीय एजेंडा में जोड़ने के लिए पहले राष्ट्रव्यापी पर्यावरण विरोध की प्रस्तावना दी. दूसरी ओर जानेमाने फिल्म और टेलिविजन अभिनेता एड्डी अलबर्ट ने पृथ्वी दिवस, के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. हालांकि पर्यावरण सक्रियता के संदर्भ में जारी इस वार्षिक घटना के निर्माण के लिए अलबर्ट ने प्राथमिक और महत्वपूर्ण कार्य किए, जिसे उन्होंने अपने सम्पूर्ण कार्यकाल के दौरान प्रबल समर्थन दिया.

ऐसा माना जाता है कि विशेष रूप से 1970 के बाद पृथ्वी दिवस को अलबर्ट के जन्मदिन, 22 अप्रैल को मनाया जाने लगा.यही कारण है कि विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन करके विश्वभर के लोगों का ध्यान इस और आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है. इसे 195 देशों द्वारा मनाया जाता है. पिछले कुछ वर्षों से विश्व के तमाम वैज्ञानिक पृथ्वी पर बढ़ते दबाव के कारण चिंतित हैं.

बता दें कि जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम सामने आते जा रहे हैं. इसके महत्व पर ज्यादा जोर दिया जाने लगा है. यह दिन एक मौका होता है कि करोड़ों लोग मिल कर पृथ्वी से संबंधित पर्यावरण की चुनौतियों जैसे कि ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैवविविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे तभी हमारा जीवन खुशहाल रहेगा.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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