कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह को खत्म करने के मकसद से गठित पार्टी की तीन सदस्यीय समिति से मुलाकात करने के बाद राज्य के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा, ‘सत्य प्रताड़ित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता.’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति के समक्ष अपनी बात रखने के बाद सिद्धू ने संवाददाताओं से कहा, ‘आलाकमान के बुलावे पर आया था. उन्होंने पार्टी के बारे में जो पूछा उस बारे में उन्हें सजग कर दिया.’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘मेरा रुख था, है और रहेगा कि पंजाब के लोगों की ताकत जो सरकार के पास जाती है वह लोगों के वापस आनी चाहिए…सत्य प्रताड़ित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता.’
सिद्धू ने कहा, ‘पंजाब के हक की आवाज मैंने आलाकमान को बताई. जीतेगा पंजाब, जीतेगी पंजाबियत और जीतेगा हर पंजाबी.’
इस समिति ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और 20 से अधिक विधायकों से मुलाकात कर उनकी राय सुनी थी. खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं.
गौरतलब है कि हाल के कुछ सप्ताह में अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.