भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)ने इस साल के अपने पहले सैटेलाइट की लॉन्चिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू कर दी है. सैटेलाइट 14 फरवरी को सुबह 5:59 बजे लॉन्च होगा.
पीएसएलवी यान (PSLV-C52) से इस उपग्रह को आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्री हरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा. 1,710 किलोग्राम वजन वाला ईओएस-04 उपग्रह को पीएसएलवी-सी52 के जरिए सूर्य की ध्रुवीय कक्षा में पृथ्वी से 529 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा.
उपग्रह से मिलेगा ये फायदा
इसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ईओएस-04 उपग्रह एक रडार इमेजिंग उपग्रह है. जिसका इस्तेमाल किसी भी मौसम में पृथ्वी की हाई क्वॉलिटी वाली तस्वीरें लेने में होगा. इसके जरिए कृषि, वन, पौधरोपण, मिट्टी में नमी, पानी उपलब्धता और बाढ़ ग्रस्त इलाकों के नक्शे को तैयार करने में मदद मिलेगी.
साथ में ये उपग्रह भी छोड़े जाएगे
इस मिशन के साथ दो छोटे-छोटे उपग्रह को भी लॉन्च किया जा रहा है. इनमें से एक INSPIREsat-1 सैटेलाइट है. जिसे आईआईएसटी (Institute of Space Science and Technology -IIST) के छात्रों ने अमेरिका के कोलोराडो यूनिवर्सिटी की लेबोरेटरी ऑफ एटमॉसफेयर एंड स्पेस फिजिक्स के छात्रों के साथ मिलकर बनाया है.
दूसरा उपग्रह INS-2TD है. यह उपग्रह इसरो और भूटान का संयुक्त उपग्रह है. जो कि एक बोल्डर और एक तकनीकी डिमॉन्सट्रेटर उपग्रह (आईएनएस-2टीडी).
इसके पहले जनवरी में ही भारत सरकार ने रॉकेट वैज्ञानिक एस सोमनाथ को इसरो का प्रमुख नियुक्त किया है. . एस सोमनाथ ने वके सिवन की जगह ली है.