सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन और हूती विद्रोहियो के बीच जारी लड़ाई चरम पर पहुंचती जा रही है. संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब पर हूती विद्रोहियों ने सोमवार तड़के एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला बोला. हालांकि दोनों ने देशों से हवा में ही मिसाइलों को मार गिराया. इनका मलबा गिरने से दो विदेशी नागरिक घायल हो गए हैं.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी गठबंधन ने यमन के अल-जॉफ में मौजूद उस लॉन्च पैड को तबाह कर दिया है, जिसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइल दागने के लिए किया जा रहा था.
बता दें कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने 3 जनवरी को हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में संयुक्त अरब अमीरात के झंडे वाले जहाज का अपहरण कर लिया था. इससे मामला और बिगड़ गया.
फिर हूती ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी आबू धाबी में हमला करके इस लड़ाई में घी डालने का काम किया और अब सऊदी अरब सेना हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक कर रही है.
17 जनवरी को किए गए इस हमले के लिए हूतियों ने ड्रोन के साथ क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया था. यमन युद्ध में बेशक यूएई शामिल था, लेकिन हूतियों ने उसपर पहली बार ऐसा हमला किया था. इससे पहले वो केवल सऊदी अरब को ही निशाना बना रहा था.
इस हमले के बाद यूएई ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मांग करते हुए कहा था कि हूतियों को फिर से आतंकी संगठन घोषित किया जाए. सऊदी अरब, भारत और संयुक्त राष्ट्र ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की.
संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी आबू धाबी में हूती विद्रोहियों द्वारा किए गए हमले के बाद यमन पर लगातार बमबारी की जा रही है. हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाकर की जा रही इस एयर स्ट्राइक में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की भी मौत हो रही है.
हाल में सऊदी अरब की सेना ने यमन के उत्तरी सादा प्रांत एक डिटेंशन सेंटर पर 59 से अधिक हवाई हमले किए थे. इस हमले में 77 लोगों की मौत हुई, जबकि 146 लोग घायल हुए. सादा हूती विद्रोहियों का गढ़ माना जाता है.
सऊदी अरब गठबंधन 2015 से हूती विद्रोहियों से लड़ता आ रहा है. लंबे समय से चले आ रहे इस खूनी संघर्ष में शुक्रवार को अचानक नाटकीय मोड़ आ गया और दनादन हमले शुरू हो गए. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने हमलों की निंदा की है.