अहमदाबाद| देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते दिख रहे हैं. शनिवार को गुजरात के जामनगर में एक व्यक्ति ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है.
यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटा था. वह 28 नवंबर को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरने के बाद जामनगर गया था. उसके ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि उसके जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के जरिये हुई है. इसके साथ ही गुजरात में ओमिक्रॉन को लेकर सतर्कता और बढ़ा दी गई है. संभवत: ये भारत में मिला ओमिक्रॉन का तीसरा केस है.
इससे पहले कर्नाटक में केंद्र सरकार ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं. दोनों संक्रमित पुरुष हैं और उनकी उम्र 66 व 46 साल है. उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं.
वहीं कर्नाटक में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामलों का पता चलने के एक दिन बाद राज्य सरकार ने शुक्रवार को 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक की परीक्षण रिपोर्ट की जांच का आदेश दिया, जिससे उसे देश छोड़ने की अनुमति मिली.
कम से कम 10 दक्षिण अफ्रीकी यात्रियों के बेंगलुरु पहुंचने के बाद लापता होने संबंधी खबरों के बीच सरकार ने अधिकारियों से मामले पर गौर करने, उन लोगों का तुरंत पता लगाने और जांच करने का निर्देश दिया.
वहीं ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच एक संसदीय समिति ने कोविड-19 रोधी टीकों की प्रभावशीलता का आकलन किए जाने की सिफारिश की है. स्वास्थ्य पर संसद की स्थायी समिति ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट पेश की थी. इसने यह भी सिफारिश की कि सरकार को और अधिक अनुसंधान करना चाहिए और वायरस के नये स्वरूप को रोकने के लिए टीकों की बूस्टर खुराक देने की आवश्यकता की पड़ताल करनी चाहिए.
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसे आशंका है कि वायरस में उत्परिवर्तनों में वृद्धि से देश में कोविड-19 वायरस का अधिक संक्रामक स्वरूप सामने आ सकता है. समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को कोविड-19 के खिलाफ एक सख्त नीति अपनाने और पूरे देश में कोविड मामलों पर बारीकी से नजर रखने की सिफारिश की.