जम्मू और कश्मीर में मॉर्निंग शिफ्ट की ड्यूटी पर जा रहे 15 सीआईएसएफ जवानों की भरी बस पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है. ये मामला शुक्रवार की सुबह करीब सवा चार बजे का है. आतंकियों ने जवानों की बस पर जम्मू के चड्ढा कैंप के पास ग्रेनेड से हमला किया.
सीआईएसएफ सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि जवानों ने तुरंत ही मोर्चा संभाला और आतंकियों के जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है. जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए हैं. सीआईएसएफ सूत्रों के मुताबिक आतंकियों का प्लान बस पर हमला करके ज्यादा से ज्यादा जवानों की जान लेना और उनके हथियारों को नष्ट करना था, लेकिन जवाबी कार्रवाई से उनको भागना पड़ा.
मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में सीआईएसएफ का 1 जवान शहीद हो गया है, जबकि 2 जवान घायल हुए हैं. वहीं सुरक्षा बलों ने 1 आतंकी को मार गिराया है. एएनआई ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले से जानकारी दी है कि बारामुला एनकाउंटर में कुल 4 आतंकी मारे गए हैं. इनमें लश्कर का शीर्ष कमांडर युसुफ कांट्रो ने साल 2020 में बीडीसी अध्यक्ष सरदार भूपिंदर सिंह को मार डाला था, जिसे आज सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया है.
सूत्रों के अनुसार हमले की योजना सीमा पार बैठे आतंकियों ने बनाई थी, ताकि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जम्मू में कोई बड़ा आतंकी हमला कर सकें. बता दें कि बीते गुरुवार को कठुआ में पांच संदिग्ध गिरफ्तार किए गए थे, जिनके पास से नक्शे और मोबाइल फोन बरामद हुए थे. इन संदिग्धों से पूछताथ में सुरक्षा एजेंसियों को अहम जानकारी मिली थी, जिसमें हमले का टास्क जैश ए मोहम्मद को दिया गया है.
पुख्ता सूचना मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों की टीमों ने आसपास के इलाकों को खंगालना शुरू कर दिया. जम्मू के बाहरी क्षेत्र सुषमा और जलालाबाद के बीच एक इलाके में आतंकियों की मौजूदगी पाई गई और शुक्रवार सुबह आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई. सुरक्षा बलों के साथ अभी भी आतंकियों की मुठभेड़ जारी है और आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर दी गई है.
गौरतलब है कि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री जिला संभाग के पल्ली गांव में पंचायत दिवस के अवसर पर आ रहे हैं.