कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों की नई साजिश इजरायल की तर्ज पर हो सकती है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, ये आतंकी झंडों के डंडों में आईईडी या विस्फोटक लगाकर आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं. घाटी में इससे जुड़े तीन साल पुराने वीडियो के वायरल होने के बाद अलर्ट जारी किया है.
वहीं सुरक्षा बलों को इस तरह के खतरे से निपटने के लिए नए ड्रिल और तकनीक इज़ाद करने को कहा गया है. साथ ही खतरे को देखते हुए स्निफर डॉग्स के इस्तेमाल की सलाह दी गई है. ऐसे फ्लैग पोल सड़कों या पेड़ के पास पड़े हुए हो सकते हैं.
दरअसल दुनियाभर में आतंकवादी संगठनों द्वारा इजाद किए गए हमले के नए-नए तरीकों को जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन नकल करते आए हैं. मसलन घाटी में स्टिकी बम का इस्तेमाल आतंकी संगठनों ने अफगानिस्तान और दुनिया के दूसरे मुल्कों में किया था. कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों ने इस ग्लोबल पैटर्न की नक़ल करते हुए स्टिकी बम बनाना शुरू कर दिया.
हालांकि घाटी के कुछ हिस्सों से स्टिकी बम बरामद तो किए गए हैं लेकिन अभी तक आतंकी हमले के लिए इसका इस्तेमाल करने में कामयाब नहीं हो पाए हैं. वायरल वीडियो में इस्राइल फलस्तीन बॉर्डर पर फलस्तीन के झंडे के साथ एक फ्लैग पोल में आईईडी लगाया हुआ है. एक इजरायली जवान पोल समेत झंडे को उतारकर वहां मौजूदा अपने और चार साथियों की ओर बढ़ता है.
साथियों के पास पहुंच कर वो फ्लैग पोल को जमीन पर रख देता है. रखने के साथ ही उसमें जबरदस्त धमाका होता है. और वहां मौजूद जवान आग के शोलों के बीच हवा में उड़ते हुए नज़र आते हैं. 2018 के इस वीडियो में जो पांच जवान इस ब्लास्ट में घायल हुए थे,उनकी जान बच गई है.
साभार-न्यूज 18