वियना|…. सोमवार को ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना शहर का मध्य इलाका गोलियों की आवाज से उस समय थर्रा उठा जब लॉकडाउन लागू होने से पहले लोग सड़कों पर घूमने के लिए निकले थे. यहां राइफलों से लैस हमलावरों ने अलग-अलग छह जगहों पर निर्दोष लोगों को अपना निशाना बनाया.
इस फायरिंग में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. कुछ मीडिया रिपोर्टों में फायरिंग में सात लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है. फ्रांस में हमलों के बाद यूरोप में हमले की यह पहली ताजा घटना है. दुनिया भर के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और ऑस्ट्रिया के साथ अपनी एकजुटता जाहिर की है.
हमलावरों की फायरिंग में कम से कम 14 लोग घायल बताए जा रहे हैं. रिपोर्ट में एक से अधिक हमलावर के मारे जाने की बात सामने आई है. प्रत्यक्षदर्शियों ने इस हमले का आंखों देखा हाल सुनाया है. हमलों का गवाह बने लोगों के मुताबिक ये काफी दहशत पैदा करने वाला हमला था.
हमलावरों ने अपनी ऑटोमेटिक राइफलों से भीड़भाड़ वाले इलाकों एवं बार-रेस्तरां जैसी जगहों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू की. इस हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं जिनमें हमलावरों को खुलेआम सड़क पर हथियार लहराते हुए और गोलीबारी करते हुए देखा जा सकता है. आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को भी गोली मारी.
फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने वियना शहर के मुख्य भाग के ज्यादातर हिस्से को सील कर दिया है. साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की है. यह घटना मध्य शहर में हुई है. सुरक्षा बल चप्पे-चप्प पर तैनात हैं. हमलावरों का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाने की थी.
ऑस्ट्रिया के गृह मंत्री कार्ल नेहैमर ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘बीते सालों में ऑस्ट्रिया में यह सबसे मुश्किल एवं संकटपूर्ण दिन था. हम एक आतंकी हमले का सामना कर रहे हैं. इस तरह के हमले ऑस्ट्रिया में बीते कई सालों में नहीं हुए.’
हाल के वर्षों में यूरोप के देशों ब्रसेल्स, बर्लिन, लंदन और पेरिस में भीषण आतंकवादी हमले हुए हैं लेकिन इस तरह के हमलों से ऑस्ट्रिया अभी तक अछूता रहा था. चांसलर सेबास्टियन कुर्ज ने कहा कि यह ‘घृणास्पद’ कृत्य निश्चित रूप से ‘एक आंतकवादी हमला’ था लेकिन वह हमलावरों के मकसद के बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कह सकते.
गृह मंत्री ने अपने एक और बयान में कहा है, ‘एक हमलावर की पहचान हुई है. यह हमालवार असाल्ट राइफल से पूरी तरह लैस था. इसने एक सुसाइड बेल्ट भी पहन रखी थी लेकिन वह एक डमी निकला. हमलावर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का समर्थक था.’
यूरोप में हाल के दिनों में हमले की कई घटनाएं हुई हैं. फ्रांस में हमलों के बाद ऐसा लगता है कि यूरोप के कई देश निशाने पर आ गए हैं. बीते महीने परिस में एक टीचर ने पत्रिका शार्ली हेब्दो द्वारा बनाए गए पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने छात्रों को दिखाया जिसके बाद इस टीचर की गला रेतकर हत्या कर दी गई. इसके बाद नीस के नोत्रेदाम चर्च में ट्यूनीशियाई मूल के एक मुस्लिम युवक ने चाकू से हमलाकर तीन लोगों की हत्या कर दी. हमलावर ने एक महिला का गला भी रेता.