चेन्नई| द्रमुक के नेतृत्व वाले मोर्चे में छोटे भागीदार के रूप में शामिल हुई कांग्रेस को 6 अप्रैल को तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए होने वाले मतदान में कम से कम 15 सीटें और ज्यादा से ज्यादा 18 सीटें जीतने की उम्मीद है. तमिलनाडु विधानसभा की 234 सीटों के लिए एक ही चरण में 6 अप्रैल को मतदान होना है, जिसके नतीजे 2 मई को आएंगे.
हालांकि कांग्रेस-द्रमुकगठबंधन में शुरूआत में कुछ मतभेद थे लेकिन बाद में उनके बीच केमिस्ट्री बेहतर हुई. यही वजह है कि द्रमुक के अध्यक्ष और चुनावों के लिए स्टार प्रचारक एम.के. स्टालिन ने यह सुनिश्चित किया था कि वो कांग्रेस के उम्मीदवारों वाली सीटों में प्रचार करेंगे.
हालांकि, पोंनेरी और अथंर्गी जैसी सीटे कांग्रेस को दिए जाने पर द्रमुक के कुछ नेता नाराज भी थे लेकिन स्टालिन ने सीधे हस्तक्षेप कर इस मामले को सुलझा लिया. अब देश की सबसे पुरानी पार्टी को उम्मीद है कि करैकुडी, कल्लिकुरिची, विरुदाचलम और थिरुवदनाई में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी.
साथ ही पार्टी के नजरें एएमएमके-डीएमडीके गठबंधन द्वारा बांटे गए वोटों पर भी है. इरोड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम.सेंथिलनाथन ने कहा , “कांग्रेस राज्य में अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन इरोड, ओमालुर और कोयम्बटूर जैसी कुछ सीटों पर पार्टी को कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है”.