आज लोकसभा में जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चीन और जम्मू कश्मीर मामले को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपा रहे थे तब उसी दौरान उन्हीं के नेता मोदी सरकार से लद्दाख में भारतीय सेना के पीछे हटने को लेकर सवाल भी पूछ रहे थे. यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा नेता ने अपनी सरकार पर सवाल उठाए हैं.
हम बात कर रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की. स्वामी पिछले कई महीनों से मोदी सरकार के लिए परेशानी बने हुए हैं. उन्होंने कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को कटघरे में भी खड़ा किया है. सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर उनकी भाजपा सरकार से नाराजगी की वजह क्या है ? शनिवार को एक बार फिर स्वामी ने ट्वीट कर मोदी सरकार की मुश्किल बढ़ा दी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन से निपटने के तरीके को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने ट्वीट कर मोदी सरकार के फैसले पर नराजगी प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 2020 में कहा कि ‘कोई आया नहीं कोई गया नहीं.’
चीन को यह बहुत पसंद आया, लेकिन यह सच नहीं था. स्वामी ने कहा कि थलसेना अध्यक्ष जनरल नरवणे ने सैनिकों को आदेश दिया वे एलएसी पार कर पैंगोंग लेक को अपने नियंत्रण में लें ताकि चीनी चौकियों पर नजर रखी जा सके.
अब हम वहां से पीछे हट रहे हैं लेकिन डेपसांग से चीन के पीछे हटने का क्या हुआ? अभी तक नहीं हुआ है. यह पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेंद्र मोदी सरकार के किसी फैसले पर सवाल खड़ा किया हो.
इससे पहले भी वह सरकार के फैैसलों पर सवाल खड़ा करते रहे हैं. पिछले दिनों सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने पर नराजगी जताई थी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार