यूपी के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कोरोना महामारी के साथ ही पिछले दिनों आए तौकाते और यास तूफान को लेकर बेतुका बयान दिया है.
सपा सांसद का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से पिछले सात सालों में नौकरियों, मुसलमानों की नागरिकता और शरीयत कानून में दखल देकर नाइंसाफिया की हैं, यह सब त्रासदियां उसी का नतीजा हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसटी हसन ने कहा कि मुसलमानों के साथ पिछले साल सालों से भेदभाव किया जा रहा है. ऐसे कानून बनाए गए जिनसे शरीयत के साथ छेड़छाड़ की गई. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से एक नागरिकता कानून लाया गया, जिसमें कहा गया कि सिर्फ मुसलमानों को नागरिकता नहीं मिलेगी.
यह सब सरकार की नाइंसाफियां ही थीं, जिसके चलते देश में दो बार बड़े तूफान आए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी भी इसी वजह से आई है. कोरोना से देश में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं. नदियों में लाशें बहा दी गईं और दाह संस्कार के लिए शमशान घाटों पर लकड़ियां कम पड़ गईं.