कहते हैं बच्चे मन के सच्चे और इस बात को नालंदा के रहने वाले 11 साल के सोनू कुमार ने सच कर दिखाया है. दरअसल बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपनी पत्नी स्वर्गीय मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर कल्याण विगहा गांव पहुंचे थे. इस दौरान नीतीश कुमार जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे. तभी क्लास 6 में पढ़ने वाला सोनू भी वहां पहुंच गया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने ही राज्य में शराबबंदी और बदहाल शिक्षा व्यवस्था की क्लास 6 के एक छात्र ने पोल खोल कर रख दी. दरअसल ये बच्चा आगे पढ़ना चाहता है लेकिन पिता की शराब पीने की आदत के चलते उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना रड़ रहा है.
सोनू ने सीएम और बड़े अधिकारियों का सामने ही बिहार की शिक्षा व्यवस्था और शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी. सोनू ने जब बोलना शुरू किया तो अधिकारी भी सकते में आ गए. क्लास 6 के छात्र सोनू कुमार ने कहा कि सर, प्रणाम सर, सर सुनिए सर, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए सर, हमको गार्जियन नहीं पढ़ाना चाहते हैं.
दरअसल सोनू के पिता की दही की दुकान है लेकिन कमाई का सारा पैसा वो शराब पीने में उड़ा देते हैं. सोनू पढ़ लिख कर आईएएस , पीसीएस बनना चाहता है लेकिन गरीब होने और बदहाल शिक्षा व्यवस्था के कारण सपनों को पंख नहीं लग पा रहे हैं. सोनू की काबिलियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह क्लास 6 में पढ़कर 5वीं क्लास तक के 40 बच्चों को शिक्षा देकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है.
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार हमेशा बिहार की शराबबंदी और शिक्षा व्यवस्था का गुणगान करते रहते हैं, लेकिन जिस तरह से उनके सामने ही सोनू कुमार ने सच्चाई बताई, वो कहीं ना इस पूरे अभियान की पोल खोल देने के लिए काफी है.