मुंबई| शुक्रवार को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के 100 से अधिक हड़ताली कर्मचारियों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पवार ने उनके मुद्दों को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया.
कर्मचारियों ने कहा कि वे राज्य सरकार के साथ निगम के विलय की अपनी मांग पर कायम हैं. एमएसआरटीसी के हजारों कर्मचारी खुद को राज्य सरकार के कर्मचारियों का दर्जा देने और निगम के विलय की मांग को लेकर नवंबर 2021 से हड़ताल पर हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बृहस्पतिवार को हड़ताली कर्मचारियों को 22 अप्रैल तक काम पर लौटने का निर्देश दिया है. अदालत के आदेश के बाद परिवहन मंत्री ने आश्वासन दिया था कि उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पर लौटने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
हालांकि शुक्रवार दोपहर प्रदर्शनकारी दक्षिण मुंबई में स्थित पवार के आवास ‘सिल्वर ओक’ पहुंचे और उनके खिलाफ नारेबाजी की. कुछ कर्मचारियों ने उनके आवास की ओर जूते-चप्पल भी फेंके.