मुंबई| मुंबई के तट के पास एक क्रूज पोत से मादक पदार्थों की जब्ती के मामले में एक शख्स को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है.
एनसीबी उप महानिदेशक(उत्तर) ज्ञानेश्वर सिंह, मुंबई में क्रूज शिप ड्रग्स मामले पर सफाई देते हुए कहा, ‘हमारी संस्था पर कुछ आरोप लगाए गए हैं जो निराधार और पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं. प्रक्रिया का पालन करते हुए, सभी नियमों का पालन करते हुए हमने कार्रवाई की है.’
दरअसल महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCB)के नेता नवाब मलिक ने एनसीबी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर एनसीबी के छापे में बीजेपी से जुड़े निजी व्यक्ति भी शामिल थे. कुछ ऐसा ही बयान मुंबई कांग्रेस ने भी दिया था.
इन आरोपों पर मुंबई में एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, ‘अगर वे (राकांपा) अदालत जाना चाहते हैं, तो वे जा सकते हैं और न्याय मांग सकते हैं. हम वहीं जवाब देंगे. हमने कानून के अनुसार सब कुछ किया है.’
ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, ‘एनसीबी दोहराता है कि हमारी प्रक्रिया पेशेवर और कानूनी रूप से पारदर्शी और निष्पक्ष रही है और जारी रहेगी. एनसीबी मुंबई टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल ग्रीन गेट मुंबई और कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर छापा मारा और कोकीन, चरस, एमडीएमए जैसी विभिन्न दवाओं के साथ 8 लोगों को मौके पर ही पकड़ा.’
इससे पहले एनसीबी ने अदालत से कहा कि गोपाल आनंद, समीर सहगल, मानव सिंघल और भास्कर अरोड़ा क्रूज पोत पर कार्यक्रम के आयोजक थे, जिस दौरान कथित तौर पर मादक पदार्थों का सेवन किया गया.
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट आर. एम. नार्लिकर ने उन्हें मादक पदार्थ रोधी एजेंसी की हिरासत में भेज दिया. एनसीबी ने गोवा जाने वाली पोत पर शनिवार को छापेमारी के बाद से इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान सहित अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया है.