मोदी की इस नई टीम में उत्तर प्रदेश और गुजरात की अधिक ‘छाप’ रही. लेकिन सभी राज्यों को इस बार मोदी सरकार ने ‘साधने’
मोदी की इस नई टीम में उत्तर प्रदेश और गुजरात की अधिक ‘छाप’ रही. लेकिन सभी राज्यों को इस बार मोदी सरकार ने ‘साधने’ की कोशिश की.
उसके साथ अगले वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का फार्मूला तैयार कर लिया है.
मोदी कैबिनेट का विस्तार बुधवार शाम 6 बजे से शुरू होकर 7:45 तक जारी रहा. कुल 43 मंत्रियों ने कैबिनेट विस्तार में शपथ ली. यहां हम आपको बता दें कि 14 मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं. इनमें से 6 को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है.
इस बार मंत्रिपरिषद विस्तार में 36 नए चेहरों को शामिल किया है। साथ ही सात मंत्रियों का ‘प्रमोशन’ किया गया है. इन मंत्रियों में अनुराग ठाकुर, किरण रिजीजू, आरके सिंह, मनसुख मंडाविया, जी किशन रेड्डी, पुरुषोत्तम रुपाला और हरदीप सिंह पुरी हैं.
वहीं आठ नए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया. मंत्रिमंडल विस्तार समारोह में 15 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री और 28 नेताओं ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसकेेे साथ 7 महिला नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
अब कैबिनेट में महिला मंत्रियों की संख्या 11 हो गई है, जो सात साल की मोदी सरकार में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा बीजेपी की सहयोगी दलों से तीन नेताओं ने शपथ ली.
बता दें कि भाजपा नेता नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरसीपी सिंह, अश्विनी वैष्णव, पशुपति कुमार पारस, किरण रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मंडाविया, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
वहीं पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, सत्यपाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, शोभा करंदलाजे, भानुप्रताप सिंह वर्मा, दर्शना विक्रम जरदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, ए नारायण स्वामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, बीएल वर्मा, राजकुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, बिश्वेश्वर टुडु, शांतनु ठाकुर, अजय कुमार, कपिल मोरेश्वर पाटील, प्रतिमा भूमिक, डॉ. सुभाष सरकार, डॉ. भागवत किशनराव कराड को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है.
इसके साथ कई भाजपा के सांसद खाली रह गए जो अपना नया कुर्ता खरीद कर दिल्ली जाने की तैयारी में थे. जिसमें उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी समेत कई को निराशा हाथ लगी है.
की कोशिश की.
उसके साथ अगले वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का फार्मूला तैयार कर लिया है.
मोदी कैबिनेट का विस्तार बुधवार शाम 6 बजे से शुरू होकर 7:45 तक जारी रहा. कुल 43 मंत्रियों ने कैबिनेट विस्तार में शपथ ली. यहां हम आपको बता दें कि 14 मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं। इनमें से 6 को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है.
इस बार मंत्रिपरिषद विस्तार में 36 नए चेहरों को शामिल किया है। साथ ही सात मंत्रियों का ‘प्रमोशन’ किया गया है. इन मंत्रियों में अनुराग ठाकुर, किरण रिजीजू, आरके सिंह, मनसुख मंडाविया, जी किशन रेड्डी, पुरुषोत्तम रुपाला और हरदीप सिंह पुरी हैं.
वहीं आठ नए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया. मंत्रिमंडल विस्तार समारोह में 15 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री और 28 नेताओं ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसकेेे साथ 7 महिला नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
अब कैबिनेट में महिला मंत्रियों की संख्या 11 हो गई है, जो सात साल की मोदी सरकार में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा बीजेपी की सहयोगी दलों से तीन नेताओं ने शपथ ली.
बता दें कि भाजपा नेता नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरसीपी सिंह, अश्विनी वैष्णव, पशुपति कुमार पारस, किरण रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मंडाविया, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
वहीं पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, सत्यपाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, शोभा करंदलाजे, भानुप्रताप सिंह वर्मा, दर्शना विक्रम जरदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, ए नारायण स्वामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, बीएल वर्मा, राजकुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, बिश्वेश्वर टुडु, शांतनु ठाकुर, अजय कुमार, कपिल मोरेश्वर पाटील, प्रतिमा भूमिक, डॉ. सुभाष सरकार, डॉ. भागवत किशनराव कराड को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है.
इसके साथ कई भाजपा के सांसद खाली रह गए जो अपना नया कुर्ता खरीद कर दिल्ली जाने की तैयारी में थे. जिसमें उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी समेत कई को निराशा हाथ लगी है.