पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद कथित हिंसा के मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार (19 अगस्त) को सीबीआई जांच का आदेश दिया है. इसके बाद प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि क्या महिलाओं से रेप करना राज्य सरकार का अधिकार है? लोगों को मारने का अधिकार है? क्या पश्चिम बंगाल सरकार का अधिकार है कि वह बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर लूटे और जलाए और भारतीयों को अपने ही देश में शरणार्थी बना दे. उनका दोष केवल यह है कि वे बीजेपी समर्थक हैं?
पश्चिम बंगाल में ‘खेला होबे’ दिवस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि टीएमसी ने क्या ‘खेला’ किया है? रेप, मर्डर इनका ‘खेला’ है. टीएमसी अब आधिकारिक तौर पर महिलाओं के बलात्कार का जश्न मनाएगी. ये है ममता बनर्जी की राजनीति.
कार्यवाहक चीफ जस्टिस राजेश बिंदल की अगुवाई वाली 5 सदस्यीय पीठ ने चुनाव के बाद कथित हिंसा के संबंध में अन्य आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का भी आदेश दिया. पीठ ने कहा कि दोनों जांच अदालत की निगरानी में की जाएंगी.
उसने केंद्रीय एजेंसी से आगामी 6 सप्ताह में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा. एसआईटी में महानिदेशक (दूरसंचार) सुमन बाला साहू, कोलकाता पुलिस आयुक्त सौमेन मित्रा और रणवीर कुमार जैसे आईपीएस अधिकारी होंगे.