शिवसेना नेता संजय राउत ने हनुमान चालीसा को लेकर सुर्खियों में आई निर्दलीय सांसद नवनीत राणा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राउत ने कहा है कि नवनीत राणा ने दाउद इब्राहिम के करीबी रहे बिल्डर और फाइनेंसर युसुफ लकड़वाला से 80 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था.
लकड़वाला को ईडी ने 200 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था और लॉकअप में ही उसकी कुछ दिन पहले मौत हो गई थी. वहीं इन आरोपों पर राणा के वकील रिजवान मर्चेंट का कहना है कि यह आरोप आधारहीन हैं. ऐसे में इस तरह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देने का कोई औचित्य नही है.
नवनीत राणा पर आरोप लगाते हुए ने संजय राउत ने लिखा है कि लकड़वाला को ईडी ने 200 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग केस में अरेस्ट किया था, लॉकअप में ही उसकी डेथ हो गई. यूसुफ की गैरकानूनी कमाई का हिस्सा अब भी नवनीत राणा के अकाउंट में है.तो ईडी कब पिलाएगी राणा को चाय? क्यों बचाया जा रहा है इस डी-गैंग को? बीजेपी चुप क्यू हैं?
पिछले हफ्ते सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को गिरफ्तार कर उन पर राजद्रोह का केस दर्ज कर लिया है. इस समय दोनों पुलिस कस्टडी में हैं. नवनीत राणा के पति रवि राणा भी विधायक हैं.
इस बीच नवनीत राणा ने दिल्ली पुलिया आयुक्त को चिट्ठी लिखकर शिवसेना पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. 25 अप्रैल को लिखी चिट्ठी में उन्होमने लिखा है कि अनुसूचित जाति का सदस्य होने और शिवसेना उम्मीदवार को हराने की वजह से उन्हें परेशान किया जाता है. उन्होंने लिखा है कि शिवसेना नेता संजय राउत मुझे बार-बार अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग का होने के नाते मेरे खिलाफ बेबुनियाद बाते कहते रहते हैं. यहां तक कि मुझे और मेरे पति को बंटी और बबली और 420 तक कहते हैं.