भोपाल| मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर राज्य सरकार अब सख्ती के मूड में है. प्रदेश में अब मास्क नहीं पहनने वालों को ओपन जेल भेजा जाएगा.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे लोगों के लिए ओपन जेल बनाने के निर्देश दिये हैं. जहां मास्क नहीं पहनने वालों को कुछ समय के लिए रखा जाएगा.
इसके अलावा जिन जिलों में कोरोना संक्रमण अधिक है, वहां क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सलाह पर वैवाहिक आयोजनों में संख्या संबंधी प्रतिबंध लगाया जाएगा.
सीएम शिवराज ने कोरोना पर समीक्षा बैठक में अफसरों को जिन जिलों में कोरोना संक्रमण की दर कम है, वहां वैवाहिक आयोजनों पर अनावश्यक प्रतिबंध न लगाने के निर्देश दिये.
वहीं मास्क नहीं लगाने वालों तथा कोरोना संबंधी अन्य असावधानियां बरतने वालों को कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखने का आदेश दिया. जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनके घर के बाहर इससे संबंधित सूचना लगाने के निर्देश दिये गये.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना योद्धा डॉ. शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए शहीद हुए. हमने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की.
उनको लंग ट्रांसप्लांट के लिए चेन्नई भेजा जाना था. परंतु इसके पूर्व उनका दुखद निधन हो गया. उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
प्रदेश 91.1 प्रतिशत रिकवरी रेट
बता दें मध्य प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है, जबकि पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत है. मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है. कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 14 हजार 677 है तथा प्रदेश में प्रति 10 लाख व्यक्ति पर कोरोना टेस्ट की संख्या 42 हजार 889 है.
जिलावार समीक्षा में पाया गया कि कोरोना के सर्वाधिक नए प्रकरण इंदौर में 556 आए हैं, उसके बाद भोपाल में 313, ग्वालियर में 95, जबलपुर में 85, रतलाम में 51 तथा विदिशा में 33 नए केस सामने आए हैं. इन जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए.