केरल विधानसभा के लिए कुछ ही दिनों का वक्त बचा है. ऐसे में राज्य में सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं. बीजेपी , कांग्रेस और वामपंथी दल राज्य में चुनावों को लेकर पूरी ताकत झोंक रहे हैं.
इस बीच 2016 में केरल में बीजेपी के लिए एकलौती सीट जीतने वाले ओ राजगोपाल ने राज्य में होने वाले इन चुनाव को लेकर बात की है. बीजेपी विधायक ओ राजगोपाल ने कुछ ऐसे बिंदु गिनाए हैं जो राज्य में बीजेपी की सफलता में रोड़ा हैं. उनके इस बयान पर शशि थरूर ने प्रतिक्रिया देते हुए अपने अंदाज में मजे लिए हैं.
ओ राजगोपाल इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. वह पिछली बार नेमन सीट से चुनाव जीते थे. एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, ‘मैं अब 93 साल का हूं. मेरा खराब स्वास्थ्य अब मुझे निर्वाचित व्यक्ति के रूप में कार्य करने की अनुमति नहीं देता है. इसलिए मैंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया. इस बार राजशेखरन को चुनाव लड़ रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि वह जीतेंगे.’
ओ राजगोपाल ने कहा, ‘यह त्रिकोणीय चुनाव हो सकता है. लेकिन कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर के साथ ही राज्य स्तर पर छवि कमजोर है. यह एक तथ्य है. मुरलीधरन नेमोन सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके पिता करुणाकरण बड़े नेता रहे हैं. मेरी मुरलीधरन से निजी दुश्मनी नहीं है. लेकिन तथ्य यह है कि पिता पिता ही होता है और बेटा बेटा होता है.’
राजगोपाल से पूछा गया कि क्या केरल में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट को बढ़त मिल रही है? इस पर उन्होंने कहा, ‘यह कहना मुश्किल है. लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि थोड़ी से बढ़त है. क्योंकि विपक्ष जनता के बीच भरोसा जीतने में विफल रहा है. कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला समझदार हो सकते हैं लेकिन लोग कांग्रेस के साथ जुड़ने से डर रहे हैं. कांग्रेस एक डूबती कश्ती है.’
शशि थरूर ने इस इंटरव्यू पर बीजेपी के मजे लेते हुए ट्वीट किया, ‘एक आधिकारिक बीजेपी सूत्र ने माना कि केरलवासी बीजेपी को वोट नहीं देते क्योंकि वे शिक्षित हैं और सोच सकते हैं!!’