नई दिल्ली| नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों और केंद्र सरकार में टकराव अभी भी जारी है. शनिवार को विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच आज पांचवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है.
किसान पिछले 10 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं जिसके चलते कई रास्तों को बंद कर दिया गया है. केंद्र ने गतिरोध समाप्त करने के लिए नौ दिसंबर को एक और बैठक बुलाई है. इस बीच किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की है.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर एनसीपी प्रमुख शरद पवार 9 दिसंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने वाले हैं. किसानों ने 9 दिसंबर को ही भारत बंद का आह्वान किया है. इससे पहले पवार ने कहा कि मोदी ने जल्दबाजी में यह बिल पारित किया, जिसके कारण अब इसे लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली आगरा रोड पर पलवल के नजदीक किसानों ने दोनों तरफ से बन्द कर दिया है. ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ मध्यप्रदेश के किसानों का धरने स्थल पर पहुंचना जारी है. किसानों के प्रदर्शन की वजह से आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र सरकार पुख्ता निर्णय लेगी आंदोलन जारी रहेगा.