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पीएम से मिले: 80 के शरद पवार, 78 साल के येदियुरप्पा अभी भी सियासी गलियारों में तलाशते भविष्य

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दो अलग-अलग पार्टियों के बुजुर्ग नेताओं ने शनिवार को सियासत ‘जवां’ कर दी. एक महाराष्ट्र से आए थे तो दूसरे कर्नाटक से. एक मौजूदा मुख्यमंत्री हैं तो दूसरे पूर्व सीएम और महाराष्ट्र सरकार को चला रहे हैं. एक की आयु 80 तो दूसरे की 78 है. इसके बावजूद दोनों की अभी सियासत में ‘हसरतें उफान’ मार रही हैैं. ‘दोनों नेता अभी राजनीति के मैदान में लंबी पारी खेलने के लिए भी अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं’.

अब बात को आगे बढ़ाते हैं. हम बात कर रहे हैं शरद पवार और बीएस येदियुरप्पा की. आज राजधानी दिल्ली में सियासी मुलाकातों के बाद सुबह से ही ‘अटकलोंं’ का दौर जारी रहा. एनसीपी चीफ शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात चर्चा में रही. पहले बात करेंगे शरद पवार की. ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो पवार 80 साल की आयु में भी आए दिन अपनी मुलाकातों से सियासी गलियारों में हलचल मचा देते हैं’. पिछले दिनों चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मिलने के बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि पवार अब राजनीति में कुछ बड़ा करने जा रहे हैं.

खैर, प्रशांत किशोर से हुई गुप्त बैठक की बात अभी भी पवार के मन में ही ‘दबी’ हुई है. अब एक बार फिर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार की दिल्ली में मुलाकात हुई. ‘दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक हुई बातचीत से महाराष्ट्र सरकार में भी हलचल मचा दी’. उसके बाद महाराष्ट्र के सियासी भविष्य को लेकर भी तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. यहां हम आपको बता दें कि पिछले दिनों ही शरद पवार को विपक्ष की ओर राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर चर्चा थी . हालांकि पवार ने खुद इस तरह की खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन किया था.

उन्होंने कहा था कि यह बिल्कुल गलत है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनूंगा. बता दें कि एनसीपी सुप्रीमो महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बयान से नाराज हैं. गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार को महाविकास अघाड़ी सरकार का ‘रिमोट कंट्रोल’ कहा था. पटोले ने यह भी कहा था कि हम किसी बड़े नेता के खिलाफ टिप्पणी नहीं करते हैं, किसी को भी हमारे बारे में बयान देने से पहले अपनी पार्टी को देखने की जरूरत है. वहीं ‘पीएम मोदी से मिलने पर शिवसेना ने शरद पवार को लेकर कहा है कि वे राष्ट्रपति बनना चाहते हैं, तभी उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की हैै’.

पवार और पीएम मोदी की मुलाकात की सियासी गर्मियों के बीच आज दोपहर बाद एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने सफाई भी दी. ‘नवाब मलिक ने कहा कि राजनीति विचारों के आधार पर होती है. संघ का राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रवाद में जमीन आसमान का अंतर है, नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते, ये सच्चाई है’. मलिक ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक साथ आना असंभव है. फिलहाल अटकलों का दौर जारी है.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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