यूपी में सोमवार को सातवें फेज के मतदान के साथ विधानसभा चुनाव खत्म हो गया. सातवें फेज में करीब 55.5% वोटिंग हुई है. 2017 में इन्हीं 54 सीटों पर 59.56% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 4% कम वोटिंग हुई है. 2012 में इन 54 सीटों पर 57.93% वोटिंग हुई थी.
वहीं, 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में 1.6% का इजाफा हुआ था.पिछले 3 चुनावों में इन 54 सीटों का एनालिसिस करें तो पता चलता है कि जब-जब वोट प्रतिशत बढ़े तो उस समय के विपक्षी दलों को फायदा हुआ. 2017 में 1.6% वोटिंग बढ़ने पर भाजपा को यहां 25 सीटों का फायदा हुआ था.
बता दें कि यूपी में 1 से 5 चरण तक वोटिंग का प्रतिशत से 60 से ऊपर था. छठे और सातवें चरण में 60 प्रतिशत नहीं पहुंच सका . इसी के साथ आज पांच राज्यों में जारी चुनावी प्रक्रिया भी समाप्त हो गई. हालांकि अभी चुनाव आयोग में शाम 6:00 बजे तक मतदान प्रतिशत जारी नहीं किया है.
अभी वोटिंग प्रतिशत कुछ और बढ़ सकता है. आज पूर्वांचल के नौ जिलों की 54 सीटों पर वोट डाले गए. आजमगढ़ में 52.34 पर्सेंट, भदोही में 54.26 पर्सेंट, चंदौली में 59.59 पर्सेंट, गाजीपुर में 53.67 पर्सेंट, जौनपुर में 53.55 पर्सेंट, मऊ में 55.04 पर्सेंट मतदान हुआ.
मिर्जापुर में 54.93 पर्सेंट, सोनभद्र में 56.95 पर्सेंट, वाराणसी में 52.79 पर्सेंट हुई वोटिंग. इसी के साथ यूपी में 403 विधानसभा सीटों की चुनाव प्रक्रिया खत्म हो गई. 3 दिन बाद 10 मार्च को पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे.