भारतीय शेयर बाजार में आज (11 मार्च 2025) भारी गिरावट देखी गई, जो वॉल स्ट्रीट में हुई बिकवाली के प्रभाव के रूप में सामने आई। सेंसेक्स में लगभग 450 अंकों की गिरावट आई, जिससे यह 73,688.26 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स भी 132.85 अंकों की गिरावट के साथ 22,327.45 पर बंद हुआ।
इस गिरावट के प्रमुख कारणों में सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और निजी बैंकिंग क्षेत्रों में आई कमजोरी शामिल है। IT कंपनियों में, इंफोसिस और विप्रो जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में क्रमशः 3% और 2.4% की गिरावट देखी गई।
निजी बैंकों में, इंडसइंड बैंक के शेयर में 20% की तेज गिरावट आई, जो कि उसके डेरिवेटिव खातों में विसंगतियों के खुलासे के बाद हुआ।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी क्रमशः 1.5% और 2% की गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में लगभग ₹5.5 लाख करोड़ की कमी आई।
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयानों और बढ़ते टैरिफ संबंधी चिंताओं के कारण वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ी है, जिसका प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इस अस्थिरता के बीच सतर्क रहें और अपने निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करें।