नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर गत नवंबर महीने से प्रदर्शन करने वाले किसान आज राजधानी की तरफ मार्च करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अगुवाई में किसान राजधानी के जंतर-मंतर पहुंचेंगे.
दिल्ली पुलिस ने यहां 200 किसानों को धरना देने की इजाजत दी है. यहां किसान सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक धरना देंगे. किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने टिकरी बॉर्डर, गाजियाबाद और सिंघू बॉर्डर पर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए हैं. जंतर मंतर पर भी सुरक्षा काफी कड़ी की गई है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत सिंघू बॉर्डर के लिए रवाना हो गए हैं. रवाना होने से पहले राकेश टिकैत ने कहा, ‘मैं और आठ अन्य प्रदर्शनकारी किसान सिंघू बॉर्डर जाएंगे. इसके बाद हम जंतर-मंतर के लिए रवाना होंगे. जंतर मंतर पर हम ‘किसान संसद’ लगाएंगे. हम यहां से संसद की कार्यवाही पर नजर रखेंगे.’
मंगलवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, एक किसान यूनियन के नेता ने कहा कि वे कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे और कोई भी प्रदर्शनकारी संसद नहीं जाएगा.
किसान यूनियन के नेता ने कहा था, ‘हम 22 जुलाई से मॉनसून सत्र समाप्त होने तक ‘किसान संसद’ आयोजित करेंगे और 200 प्रदर्शनकारी हर दिन जंतर-मंतर जाएंगे. प्रत्येक दिन एक स्पीकर और एक डिप्टी स्पीकर चुना जाएगा.’ नेता ने कहा था, ‘पहले दो दिनों में एपीएमसी अधिनियम पर चर्चा होगी. बाद में अन्य विधेयकों पर भी हर दो दिन में चर्चा होगी.’