खेल-खिलाड़ी

साई ने खेल गतिविधियों के लिए एसओपी में किया बदलाव

साई
Advertisement

मंगलवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने पूरे देश में अपने केंद्रों पर खेल गतिविधियां शुरू करने के लिए बदली हुई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की घोषणा की है. साई ने कहा है कि ध्यान उन केंद्रों पर दिया गया है, जहां ओलम्पिक के संभावित खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं.

साई ने कहा है कि खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ को आरटी-पीसीआर के अनिवार्य कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा. उन्हें सेंटर पर आने से 96 घंटे पहले टेस्ट कराना होगा और सेंटर में दाखिल होने की अनुमति तभी मिलेगी जब उनका टेस्ट निगेटिव आएगा.

साई ने बताया, अगर खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ सफर करने से पहले किन्ही कारणों से टेस्ट नहीं करा पाते हैं, तो उनका सेंटर पहुंचने के बाद तुरंत आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाएगा. इन टेस्ट की जो भी लागत है उसका खर्च साई वहन करेगा.

सेंटर पर आने के बाद इन लोगों को ट्रेनिंग शुरू करने से पहले 15 दिन क्वारंटीन रहना होगा.

बयान के मुताबिक, जिन लोगों का कोविड-19 टेस्ट छठे दिन निगेटिव आता है, तो वो सात दिन का क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद तुरंत ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं. यह लोग हालांकि अगले सात दिन तक उन लोगों से नहीं मिलेंगे जो पहले से ही ट्रेनिंग कर रहे हैं और बायो-बबल में हैं.

बयान में कहा गया है, अगर कोई खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो भारतीय सरकार, राज्य सरकार, साई की एसओपी तथा स्थानीय संघों के मुताबिक उनको नियमों को पालन करना होगा.

Exit mobile version