मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ गई है. सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
ईडी ने गत मंगलवार को कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी कर 2.85 करोड़ रुपए की नकदी और सोने के 133 सिक्के जब्त किए गए हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब में उसकी सरकारों के पीछे पड़े हैं.
केजरीवाल ने ट्विटर पर सत्येंद्र जैन के खिलाफ आरोपों को झूठा करार दिया था. आम आदमी पार्टी की ओर से जारी एक बयान में केजरीवाल के हवाले से कहा गया था कि केंद्र सरकार ने खुद कोर्ट में स्वीकार किया है कि सत्येंद्र जैन आरोपी नहीं हैं.
जब वह आरोपी नहीं हैं, तो वे उन्हें भ्रष्ट कैसे कह सकते हैं? मामला 2017 में सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज सीबीआई की एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें उन पर कथित रूप से जुड़ी चार कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया था.
विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल मंगलवार को जैन की जमानत अर्जी पर सुनवाई करेंगी. ईडी ने पिछले महीने 30 मई को सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था. बाद में ट्रायल कोर्ट ने 13 जून तक सत्येंद्र जैन को ईडी की हिरासत में भेज दिया था.