देश में इस समय रिकवरी रेट 97 फीसद से अधिक होने के साथ हर रोज औसतन कोरोना केस में आठ फीसद की कमी आ रही है. अगर बात पिछले हफ्ते की करें तो देश के 90 जिलों से 80 फीसद केस रिपोर्ट किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी दी.
उनका कहना है कि अब भी हम कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं. लेकिन जिस तरह से देश के अलग अलग टूरिस्ट सेंटर से तस्वीरें सामने आई हैं उससे साफ तौर पर लोगों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जागरुकता नहीं दिखाई दे रही हैष ऐसी सूरत में हमें कोरोना के खिलाफ जो प्रोटोकॉल बनाए गए हैं उसके बारे में और अधिक जानकारी देनी होगी.
यूनाइटेड किंगडम, रूस और बांग्लादेश में जिस तेजी के साथ कोरोना केस में इजाफा हुआ है, वो हम सबके लिए चिंता का विषय है. इसे देखते हुए हमें सावधानी से आगे बढ़ना होगा.
अब जबकि देश अनलॉक हो चुका है उसमें सिर्फ सरकार नहीं बल्कि आम लोगों की भी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. लेकिन इसमें आम जनता को भी अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए.
नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ वी के पॉल का कहना है कि हम अपनी कोशिशों में ढील नहीं दे सकते हैं, टूरिस्ट स्पॉट पर अलग तरह का खतरा नजर आ रहा है, बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी और कोविड नियमों की अनदेखी चिंता की बड़ी वजह है.
आप भी देख सकते हैं कि कि तरह से लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए लुत्फ ले रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के संबंध में कहा कि विस्तृ गाइडलाइंस जारी की जा चुकी है, उन्हें तीन वैक्सीन लगाने की इजाजत है और अच्छा होगा कि गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए.
वी के पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस का लैम्बडा वैरिएंट, वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट है. हमें किसी भी तरह के कोरोना वायरस के वैरिएंट पर सचेत रहने की जरूरत है. अभी तक इस तरह के साक्ष्य नहीं मिले हैं जो साबित करते हों कि इसका संबंध भारत से है. कोरोना वायरस का म्यूटेशन एक प्रक्रिया है. जहां तक कोरोना के दूसरे वैरिएंट की बात है तो उस पर शोध जारी है.