ताजा हलचल

परिणाम घोषित: यूपी विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने लहराया परचम, सपा खाता भी नहीं खोल सकी

Advertisement

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक महीने में दूसरी बार जश्न मनाने का मौका मिला है. पिछले महीने 10 मार्च को यूपी के विधानसभा चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी बार सत्ता में वापसी करते हुए प्रचंड जीत हासिल की थी. उसी दिन शाम को मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में होली खेल कर जीत का जश्न मनाया था. विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद भाजपा ने एक बार फिर से विधान परिषद के चुनाव में भी प्रचंड जीत हासिल की. इन नतीजों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर जश्न मना रहे हैं. यूपी में आज एमएलसी के परिणाम घोषित हो गए. भाजपा को विधान परिषद में स्पष्ट बहुमत मिला है.

बता दें कि 36 सीटों में से 9 पर भाजपा ने पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी. 9 अप्रैल को 27 सीटों के लिए हुए मतदान के बाद आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने 33 सीटों पर जीत हासिल की है, 2 सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के हिस्से गई हैं, वहीं एक सीट पर राजा भैया की जनसत्ता दल को जीत मिली है. इस चुनाव में मुख्य विपक्षी दल सपा का सूपड़ा साफ हो गया है. वहीं, बसपा और कांग्रेस ने इस चुनाव में प्रत्याशी ही नहीं उतारे थे. वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह भारी मतों से चुनाव जीत गईं हैं. अन्नपूर्णा सिंह माफिया बृजेश सिंह की पत्नी हैं.

आजमगढ़़-मऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने जीत दर्ज की है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया है. प्रतापगढ़ से राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने जीत हासिल की है. उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को 614 मत मिले. तीसरे स्थान पर रहे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विजय यादव को 380 मत मिले. अक्षय प्रताप सिंह ने लगातार पांचवीं बार इस सीट पर जीत दर्ज की है.

Exit mobile version