नए साल पर आप नए तरीके से पेंमेट कर सकेंगे. दरअसल, 1 जनवरी 2022 से कार्ड से पेमेंट करने का तरीका बदलने वाला है. जी हां… रिजर्व बैंक पेमेंट से जुड़े टोकनाइजेशन के नियम जारी किए हैं. यानि कि अब भुगतान के लिए एक टोकन सिस्टम लागू किया जाएगा.
दरअसल, आरबीआई ने डेटा स्टोरेज से जुड़े टोकन के नियम जारी किए हैं. 1 जनवरी, 2022 से कार्ड लेनदेन/भुगतान में कार्ड जारीकर्ता बैंक या कार्ड नेटवर्क के अलावा कोई भी वास्तविक कार्ड डेटा का डेटा स्टोरेज नहीं करेगा. इसमें कार्ड होल्डर के डेटा की प्राइवेसी पर खासतौर पर प्रावधान किया गया है.
ग्राहकों की इच्छा पर निर्भर करेगा
आरबीआई के टोकेनाइजेशन के नए नियमों के अनुसार, भुगतान एग्रीगेटर, व्यापारियों को दिसंबर 2021 के बाद ग्राहक कार्ड डेटा कलेक्ट करने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही टोकन व्यवस्था के तहत प्रत्येक लेनदेन के लिए कार्ड विवरण इनपुट करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी.
बता दें कि टोकन व्यवस्था ग्राहकों की इच्छा पर निर्भर करेगी. इसे लेने के लिए उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया जा सकेगा. इसके अलावा ना ही कोई बैंक या फिर कार्ड जारी करने वाली कंपनियों द्वारा अनिवार्य रूप से इसे लागू किया जाएगा.
बता दें कि टोकन की यह व्यवस्था मोबाइल, लैपटॉप, डेक्सटॉप और स्मार्ट वॉच समेत के जरिए किए गए भुगतान पर भी लागू होगी. यह सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से जारी किए जाएंगे. कार्ड डेटा को टोकन के रूप में जारी करने की सुविधा एक ही टोकन सर्विस प्रोवाइडर के साथ होगी. हालांकि ग्राहकों की सहमति पर निर्भर करेगा.
अभी क्या है कार्ड पेमेंट सिस्टम
1 जनवरी 2022 से आपको अपने कार्ड की डिटेल्स किसी भी थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर नहीं करनी पड़ेगी. अभी ऐसा नहीं है, अभी अगर आप जोमैटो से खाना मंगवाते हैं या ओला बुक करते हैं तो आपको कार्ड की डिटेल देनी होती है और यहां ग्राहक के कार्ड की पूरी डिटेल्स सेव हो जाती है. जहां फ्रॉड होने का खतरा बना रहता है. हालांकि, टोकनाइजेशन सिस्टम से ऐसा नहीं होगा.