देहरादून|उत्तराखंड में नारायण दत्त तिवारी को छोड़ किसी सीएम ने 5 साल तो दूर 3 साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं किया था. त्रिवेंद्र रावत दूसरे मुख्यमंत्री हैं जो 5 साल के कार्यकाल की तरफ आगे बढ़ रहे हैं.
सरकार का साढ़े 3 साल का कार्यकाल 18 सितंबर को पूरा हो जाएगा लेकिन 70 में से 57 विधायकों वाली प्रचंड बहुमत की सरकार में 3 मंत्री पद अरसे से खाली हैं.
दो पद तो शुरु से ही खाली रहे और अब जबकि सरकार का डेढ़ साल ही बचा है विधायकों की बेचैनी बढ़ गई है. संकेत हैं कि नवरात्रि में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है हालांकि मुख्यमंत्री इस बारे में कुछ कहने को तैयार नहीं हैं.
18 सितंबर को त्रिवेंद्र सरकार का साढ़े 3 साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा लेकिन कैबिनेट विस्तार के लिए अक्टूबर में नवरात्र का इंतज़ार करना होगा. दरअसल 2 सितंबर से 17 सितंबर तक श्राद्ध पक्ष हैं. फिर 18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक अधिमास (मलिन मास) है. श्राद्ध और अधिमास में शुभ काम आमतौर पर नहीं होते.
वक्त भले ही कम है लेकिन मंत्री बनने का मौका भला कौन छोड़ना चाहता है. हालांकि बीजेपी के विधायक यह भी जानते हैं कि फ़ैसला उनके हाथ में नहीं है. मसूरी विधायक गणेश जोशी का कहना है कि किसी खेल में 11 खिलाड़ी होंगे, तो हर कोई अपना काम देख सकेगा लेकिन टीम में कम सदस्य होंगे, तो काम में थोड़ी मुश्किल आती है.
विधायक मुन्ना सिंह चौहान का कहना है कि डेढ़ साल का वक्त ज़्यादा नहीं तो कम भी नहीं है. वह कहते हैं कि त्रिवेंद्र सरकार ने जिस तरह काम किया है उससे जो भी नए मंत्री बनेंगे उन्हें काम करने में आसानी होगी.
विधायक बेक़रार हैं, इंतज़ार में बेचैनी बढ़ रही है. त्रिवेंद्र सरकार में 2 मंत्री पद तो 2017 यानी सरकार गठन से ही खाली हैं और एक मंत्री पद 5 जून, 2019 को पूर्व मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद से रिक्त है. आखिरी फैसला सीएम को करना है और सीएम कह रहे हैं जब भी विस्तार होगा सबसे पहले न्यूज़ 18 को बताएंगे.