रविचंद्रन अश्विन को इंग्लैंड के खिलाफ उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) ने फरवरी में ‘महीने का खिलाड़ी’ घोषित किया है. अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट को पछाड़ते हुए इस अवॉर्ड पर अपना कब्जा जमाया है.
अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने होम ग्राउंड चेन्नई में नौ विकेट हासिल किए थे. यह भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच था, जो एम ए चिदंबरम स्टेडियम (चेपॉक) में खेला गया था.
इसके अलावा रविचंद्रन अश्विन ने टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेली गई चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 14.72 की औसत से 32 विकेट झटके हैं. इसके अलावा इस सीरीज के दौरान उन्होंने एक शानदार शतक भी जड़ा. उनके इस यादगार परफॉर्मेंस के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द सीरीज’ भी चुना गया.
आईसीसी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इसका ऐलान किया है. अश्विन से पहले जनवरी के महीने में आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का अवॉर्ड ऋषभ पंत को मिला था. इस तरह लगातार दूसरी बार किसी भारतीय ने इस अवॉर्ड पर अपना कब्जा जमा लिया है.
फरवरी महीने के लिए प्लेयर ऑफ द मंथ के लिए नॉमिनेट हुए जो रूट को पिछले महीने यानी जनवरी में भी इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था, लेकिन पिछली बार ऋषभ पंत ने उन्हें पछाड़ते हुए इस अवॉर्ड को जीत लिया था.
बता दें कि फरवरी महीने में बेहद शानदार क्रिकेट खेलने वाले वेस्टइंडीज के युवा बल्लेबाज काइल मेयर्स, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और रविचंद्रन अश्विन को आईसीसी ने प्लेयर ऑफ द मंथ अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया था.
तमिलनाडु के 34 वर्षीय स्पिनर विचंद्रन अश्विन अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के वक्त से ही बेहतरीन फॉर्म मे चल रहे हैं. वह बल्ले और गेंद दोनों से ही शानदार फॉर्म में चल रहे हैं.
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी टेस्ट के दौरान उन्होंने चौथी पारी में दर्द के बावजूद हनुमा विहारी के साथ मिलकर क्रीज पर मोर्चा संभाले रखा. इन दोनों की हिम्मत की वजह से भारतीय टीम इस टेस्ट में ड्रॉ खेल पाई.