अलवर| कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने एनडीए (NDA) से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया. इस बात की जानकारी खुद हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को दी. गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल लगातार नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और इसके लिए वे किसानों का समर्थन करने के लिए जयपुर से दिल्ली कूच भी कर चुके हैं.
नागौर से सांसद बेनीवाल ने कहा कि हम किसी भी ऐसे दल या व्यक्ति के साथ नहीं हैं जो किसानों के खिलाफ हों. अलवर में किसानों को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने कहा कि कृषि कानून किसानों का हक छीनने का एक प्रयास है और हम इसका साथ कभी नहीं देंगे. हालांकि बेनीवाल ने इसके साथ ही साफ कर दिया कि एनडीए छोड़ने के बाद कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन करने नहीं जा रहे हैं.
छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के एनडीए से अलग होने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शुरुआत से ही गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रहे थे. वे भाजपा के प्रदेश नेतृत्व की चेतावनी के बावजूद राजस्थान में पार्टी की सर्वमान्य नेता पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रहे थे.
यही नहीं उन्होंने पंचायत और निकाय चुनाव में भी भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए. इस स्थिति में उनके एनडीए में बने रहने का कोई औचित्य नहीं था. उन्होंने कहा कि बेनीवाल भाजपा की मदद से नागौर से सांसद का चुनाव जीते थे. यदि उन्हें कोई गलतफहमी हो तो उनको इस्तीफा देकर अपने बूते चुनाव लड़ना चाहिए.
इससे पहले पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि देश का अन्नदाता कड़ाके की ठंड में सड़कों पर बैठा है. ऐसे में केंद्र सरकार को किसानों का मन रखते हुए तीनों कृषि बिलों को वापस लेने की जरूरत है.
शनिवार को दिल्ली कूच से पहले बेनीवाल जयपुर के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने दर्जनों कस्बों में जन सम्पर्क करके 26 दिसम्बर को किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली चलने का आह्वान किया. वहीं उन्होंने अलवर के किसानों से दिल्ली चलने का आह्वान किया.