नई दिल्ली| किसान आंदोलन के 31वें दिन कांग्रेस ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर घेरेबंदी की. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी दुख इस बात का है कि जिन किसानों से आप कर रहे बर्बरता और बेवफाई हैं, उन्हीं की बदौलत आपके सिंहासन पर रौनक आई है.
आज भाजपा उन्हीं किसानों को आतंकी, कुकुरमुत्ता, टुकड़े टुकड़े गैंग, गुमराह गैंग, खालिस्तानी बता रहे हैं और आप उनको बरगला रहे हैं.
शर्मनाक है कि कृषि मंत्री ने अपने पत्र में किसानों को राजनैतिक कठपुतली तक कह दिया. बहाने बनाने, इवेंटबाजी बंद कर छोड़ मोदी सरकार को किसानों से माफी मांगनी चाहिए और तीनों काले कानूनों को वापस लेना चाहिए
मोदी सरकार किसानों को ‘थका दो और भगा दो’ की नीति पर काम कर रही – मिलेगा मुंहतोड़ जवाब! प्रधानमंत्री दे रहे ‘TV पर सफाई’ और मंत्री ‘चिट्ठियों की दुहाई’ पर नहीं चाहते किसान की भलाई! ‘न ढोंग की नीति’, ‘न झूठ का प्रचार’ – तीन काले कानून खत्म करे भाजपा सरकार!
रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि पिछले 31 दिन से हाड़ पिघलाती और रूह कंपकंपाती सर्दी में देश का अन्नदाता दिल्ली के दरवाजे पर न्याय की गुहार लगा रहा है, अब तक 44 किसानों की शहादत हो चुकी है.
लेकिन पूंजीपतियों की पिछलग्गु मोदी सरकार का दिल नहीं पसीजता है. कड़वा सत्य यह है कि मोदी सरकार धूर्तता और प्रपंच का सहारा लेकर किसानों की समस्या सुलझाना नहीं चाहती है.
मोदी सरकार किसान निधि सम्मान का स्वांग कर रही है. देश में कुल 14.64 करोड़ किसान हैं जो करीब 16 करोड हेक्टेअर पर खेती करते हैं. इस सरकार ने दिसंबर 2018 में इस योजना की शुरुआत की.
अगर 14 करोड़ और 6 हजार रुपये की बात करें तो कुल खर्च 88 हजार करोड़ से अधिक की होनी चाहिए. लेकिन अब तक 38, 872 करोड़ रुपए डाले गए हैं. एक बड़ा सवाल यह है कि आखिर 5.40 करोड़ किसानों को इस योजना का लाभ क्यों नहीं मिलता है.