युनाइटेड नेशंस ने बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा को जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण सम्मेलन (सीएमएस) (Convention for the Conservation of Migratory Species of Wild Animals (CMS)) के एंबेसडर पद से हटा दिया है.
रणदीप पर ये एक्शन उनके 10 साल पुराने वीडियो के चलते हुआ है, जिसमें वह उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक बात कहते हुए नजर आ रहे हैं. ये पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर अचानक वायरल हो रहा है और इसी के चलते रणदीप हुड्डा सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जा रहे हैं.
रणदीप को बुधवार को से ही उनके इस पुराने वीडियो के चलते ट्रोल किया जा रहा है. इस वीडियो में जातिसूचक शब्द के इस्तेमाल के बाद से ही रणदीप से उनके बर्ताव के लिए माफी मांगने की अपील की जा रही है. ये 43 सैकंड का वीडियो क्लिप 2012 का है, जिसमें रणदीप एक मीडिया संस्थान के इवेंट में नजर आ रहे हैं.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद सीएमएस ने अपने बयान में कहा है कि रणदीप ने जो भी कहा है वह उनके मूल विचार से मेल नहीं खाता और ये आपत्तिजनक है. ऐसे में अब रणदीप उनके एंबेसडर नहीं हैं.
मायावती को लेकर इस भद्दे मजाक के लिए बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा नेटिजन्स के एक वर्ग के निशाने पर आ चुके हैं. एक्टर को जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें वह बैठे दर्शकों से कहते हैं कि वो उन्हें एक ‘डर्टी जोक’ सुनाना चाहते हैं. वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे हैं, ‘मायावती 2 बच्चों के साथ जा रही होती हैं.
इस दौरान एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि ये बच्चे जुड़वा हैं? तो मायावती ने कहा कि नहीं एक चार साल का है दूसरा आठ साल का है.’ यहां तक सब ठीक है, लेकिन इसके बाद वह जो कहते हैं वो लोगों को कतई पसंद नहीं आ रहा है.
वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने ट्वीट किया और कहा, ‘शीर्ष बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा एक ऐसी दलित महिला के बारे में बात कर रहे हैं, जो उत्पीड़ितों की आवाज रही हैं’. यूजर ने इसे जातिवादी और सेक्सिस्ट करार दिया. एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘रणदीप हुड्डा, यह दिखाता है कि आप कितने सेक्सिस्ट, जातिवादी और मूर्ख हैं’.