केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने इन दिनों भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत महापंचायतों में शिरकत कर रहे हैं.
राकेश टिकैत हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में ‘किसान महापंचायत’ में शामिल होने वाले हैं. इस बीच शुक्रवार को हरियाणा के बहादुरगढ़ में आयोजित महापंचायत में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने गुजरात को लेकर एक ऐसा बयान दिया जो सुर्खियों में है.
क्या कहा टिकैत ने
राकेश टिकैत ने कहा, ‘हम पूरे देश में जाएंगे, गुजरात को आजाद करवाना है. गुजरात आजाद चाहिए. गुजरात में जाएंगे. राजनीति का कोई मतलब नही है. इस आंदोलन में कोई राजनीतिक वोट तलाश ना करे. भारत आजाद है लेकिन गुजरात के लोग केंद्र के कैदी हैं, केंद्र गुजरात को नियंत्रित कर रहा है. यदि वो लोग आंदोलन में शामिल होते हैं तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा. इसे लेकर में तारीख पर फैसला ले रहे हैं. जल्द ही तारीख का ऐलान किया जाएगा.’
पूरे देश में फैला आंदोलन
शुक्रवार को ही टीकरी सीमा ‘दलाल खाप 84’ की ओर से आयोजित महापंचायत को संबोधित करते हुये राकेश टिकैत ने कहा था, ‘यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार कमेटी से बातचीत कर किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती है.’ उन्होंने दावा किया यह आंदोलन पूरे देश में फैला हुया है और यह केवल पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश तक सीमित नही है जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं.
आंदोलनरत हैं किसान
आपको बता दें कि पिछले साल सितंबर में लागू किये गये तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान नवंबर से डेरा डाले हुए हैं. वे न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की भी मांग कर रहे हैं. बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने किसानों से मांगें पूरी होने तक अपना आंदोलन समाप्त नहीं करने की अपील की है.