नई दिल्ली| सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा सदन की प्रक्रिया के नियम 267 के के तहत दिए गए निलंबन नोटिस को नामंजूर कर दिया.
विश्वम ने उत्तराखंड ग्लेशियर में आई बाढ़ और चतुर्वेदी ने टीआरपी घोटाले के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया था. सभापति ने दोनों नोटिसों को स्वीकार नहीं किया.
नायडू ने कहा, हर कोई आपदा के बारे में चिंतित है, लेकिन हमें सभी तत्थों के आने का इंतजार करना चाहिए और फिर गृह मंत्री को उत्तराखंड की स्थिति से सदन में अवगत कराना चाहिए.
उत्तराखंड में सरकार और एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जिन्होंने रविवार को ग्लेशियर के फटने के बाद प्रलय के मद्देनजर चमोली का दौरा किया, ने कहा कि 125 से अधिक लोग लापता हैं और संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है.
टीआरपी घोटाला कुछ खास टीवी चैनलों को लेकर है जिसने अपने चैनलों की रेटिंग में हेरफेर किया है.
वेंकैया नायडू ने कहा, प्रियांकजी को कुछ अन्य नियमों पर नोटिस देना चाहिए, फिर मैं इसे नियमों के तहत स्वीकार करूंगा.