भले ही राहुल गांधी ने पार्टी की कमान संभालने के लिए तैयार हैं लेकिन उनके लिए सबसे पहले अपनों को मनाने की एक बड़ी चुनौती सामने होगी. इस बैठक के बाद राहुल ने बहुत ही सकारात्मक बयान देते हुए कहा है कि सबसे पहले वह कांग्रेस के नाराज वरिष्ठ नेताओं को मनाएंगे, क्योंकि यह सभी नेता मेरे पिताजी के साथ काम कर चुके हैं.
राहुल गांधी का इशारा उन नेताओं की ओर था जिन्होंने कुछ माह पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई थी. पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि पार्टी का भविष्य तय करने के लिए पहली बैठक हुई, ऐसी और बैठकें होंगी.
पवन बंसल ने बताया कि पार्टी को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है. दूसरी ओर बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी के खास रणदीप सिंह सुरजेवाला का मौजूद नहीं रहना साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस का विवाद अभी सुलझा नहीं है.
सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी की वापसी को लेकर सभी नेताओं की राय एक जैसी नहीं थी. आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर वोटर लिस्ट बनाने का काम जारी है. माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष के साथ वर्किंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव भी करवाया जाएगा.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार