5 राज्यों में हार से घबराई कांग्रेस अब अपने घर को ठीक करने में जुटी है. इसकी पहल खुद सोनिया गांधी कर रही हैं. पांच राज्यों की हार की समीक्षा के साथ-साथ G-23 नेताओं की नाराजगी को भी साधने का प्रयास किया जा रहा है.
पार्टी में बढ़ता असंतोष और नेतृत्व के प्रति अविश्वास को दूर करने के लिए सोनिया गांधी लगातार वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर रही हैं. इसी कड़ी में हरियाणा में आपसी गुटबाजी को दूर करने के लिए राहुल गांधी ने भी पहल की है.
25 मार्च सुबह 11:30 बजे राहुल गांधी ने अपने आवास पर हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है. इस बैठक में प्रभारी विवेक बंसल, भूपिंदर सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा, कुलदीप विश्रोई, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव सहित कुछ नेता शामिल होंगे. हाल ही में राहुल गांधी ने चुनावी राज्य गुजरात के भी नेताओं के साथ बैठक की थी.
पांच राज्यों की हार के बाद जी -23 नेताओं के साथ हुई सोनिया गांधी की बैठक हुई थी. सूत्रों का कहना है कि इस चर्चा में एक समझौता फॉर्मूला तय किया गया है, जिसके तहत हरियाणा में आने वाले दिनों में प्रदेश नेतृत्व को बदलने की बात कही जा रही है. सूत्रों के मुताबिक भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है और विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी कुलदीप विश्नाई को दी जा सकती है.
दरअसल 17 मार्च को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और जी-23 के सक्रिय सदस्य भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राहुल गांधी के बीच लंबी मुलाकात हुई. जानकार सूत्रों की मानें तो हुड्डा ने राहुल गांधी को दो टूक शब्दों में कह दिया कि अगर हरियाणा में कांग्रेस को आम आदमी पार्टी को रोकना है तो उन्हें प्रदेश की कमान मजबूत हाथों में देनी होगी.
हरियाणा में 2024 के लोकसभा चुनाव के ठीक तीन महीने बाद विधानसभा का चुनाव होना है. ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व को भी पता है कि पंजाब की गलतियों को अगर हरियाणा में भी दोहराया गया तो एक और राज्य हाथ से फिसल जाएगा.